जयपुर. कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गईं हैं. पार्टी के अंदर ही इशारों-इशारों में नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं. अध्यक्ष पद के प्रत्याशी कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कुछ कहा उसे राजनीतिक गलियारों में राजस्थान से जोड़कर देखा जा रहा है. शशि थरूर ने पीसीसी डेलीगेट्स से यह अपील की है कि (Shashi tharur appeals pcc delegates) वे बिना डरे मतदान में भाग लें, क्योंकि मतदान की प्रक्रिया पूर्णतया गुप्त होगी और इसमें किस राज्य से किसने, किसे वोट दिया है इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा.
जो कहा थरूर ने, कहीं इशारा राजस्थान तो नहीं!
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शशि थरूर ने (Shahi tharur in press conference) गुप्त मतदान की प्रक्रिया को लेकर अपना रुख सामने रखा. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों से आए वोटों को एक जगह मिलाने के बाद काउंटिंग की जाएगी ताकि इस बात का अंदाजा न लगे कि किस राज्य से किस नेता के पक्ष में कितने वोट आए हैं. शशि थरूर ने यह भी कहा कि उन्हें अंदाजा है कि कुछ राज्यों में वरिष्ठ नेताओं ने गाइडलाइन के उलट जाकर भी वोट की अपील की है, परंतु वे राहुल गांधी की बात में विश्वास रखते हैं, जहां बिना डरे आगे बढ़ने का फलसफा उन्होंने दिया है.
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लिहाजा वे अपील करते हैं कि जिस नेता को जिस भी प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग करनी है वे बिना डरे अपना वोट कास्ट करें. उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते दिनों अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव में दूसरे प्रत्याशी मल्लिका अर्जुन खड़गे के समर्थन में वोट अपील की थी.
यह कहा था गहलोत ने खड़गे के समर्थन में
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिका अर्जुन खड़गे के प्रस्तावक बने हैं. इस दौरान खड़गे के तजुर्बे को लोगों के साथ साझा करते हुए गहलोत ने अपील की थी कि अध्यक्ष पद के चुनाव में शामिल होकर वोट कास्ट करने वाले नेता इस बात का ख्याल रखें कि कांग्रेस को फिलहाल तजुर्बे की जरूरत है. एक ऐसे नेता जिसे विधायक दल से लेकर संसद और संगठन में काम करने का लंबा अनुभव रहा हो, अगर ऐसे नेता को चुना जाएगा तो मौजूदा दौर में एनडीए और भाजपा के खिलाफ जारी कांग्रेस की मुहिम को जिंदा रखा जा सकता है.