जयपुर. युवाओं से चर्चा करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि ऐसे लोग उच्च पदों पर बैठे हैं, जिनकी पढ़ाई-लिखाई और देश के इतिहास से कोई रिश्ता ही नहीं रहा. क्योंकि उनकी लोकतंत्र की लड़ाई में कोई हिस्सेदारी ही नहीं थी. जो लोग लोकतंत्र की लड़ाई के समय में अंग्रेजों के साथ थे, आज वही चाहते हैं कि इस देश का लोकतंत्र कमजोर हो.
उन्होंने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि जिस समाज में बहस बंद हो जाती हैं, जिस समाज में विचारों के आधार पर चलना खत्म हो जाता है, वह समाज सड़ जाता है. विश्वविद्यालयों में सारे विचारों को पढ़ने, समझने और उसके बाद एक नजरिया बनत था. लेकिन आज विश्वविद्यालय में जो शिक्षा दी जा रही है, उससे कोई नजरिया ही नहीं बन पा रहा. और जब नजरिया ही नहीं तो युवा समाज को क्या दे पाएगा.
उन्होंने कहा कि आजादी लड़कर मिली थी, इसलिए लड़ाई लड़ना, सवाल उठाना, बहस करना जिस समाज का नौजवान बंद कर देता है, वहां लोकतंत्र कमजोर हो जाता है, जैसे आज हो रहा है. आज सबसे ज्यादा जरूरी है जो विरासत में मिला है, इस पीढ़ी की ड्यूटी है कि उससे बेहतर समाज आने वाले समय में इस देश को दे.
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उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस द्वारा मनाए जा रहे बेरोजगारी दिवस का पक्ष लेते हुए कहा कि जिस तरह देश में बेरोजगारी बढ़ रही है, उस पर प्रधानमंत्री मौन है. जबकि चुनावी घोषणाओं के समय वो 2 करोड़ नौकरी देने वाले थे. यही आश्वासन देकर सरकार में आए थे. ऐसे में नौजवान आज उनके जन्मदिन पर बेरोजगारी दिवस मना कर उन्हें याद दिला रहा है कि दो करोड़ नौकरी देने के लिए कहा था, लेकिन यहां तो चलती हुई नौकरी भी छिन गई है.
हालांकि, इस दौरान प्रदेश में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कम्युनिकेशन गैप के सवाल पर उन्होंने कहा कि दोनों के बीच कम्युनिकेशन है, जो आगे और बेहतर हो जाएगा.