जयपुर. चूरू के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई का शव 23 मई को उनके सरकारी क्वार्टर में फंदे से झूलता मिला था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. दिनों-दिन यह मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री पर लगातार सीबीआई जांच के लिए दबाव बनाया जा रहा था. आखिरकार गहलोत ने स्थिति को भांपते हुए सीबीआई जांच की फाइल पर मुहर लगा ही दी. बिश्नोई समाज के लोग लगातार इस मामले में सीएम पर सीबीआई जांच के लिए दबाव बना रहे थे.
डीजीपी ने जांच के लिए भेजा था एडीजी स्तर का अधिकारी...
राजगढ़ एसएचओ द्वारा सुसाइड करने के बाद डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के लिए पुलिस मुख्यालय से एडीजी राजीव शर्मा को राजगढ़ जाने के निर्देश दिए थे. साथ ही एक जांच कमेटी बनाने की बात भी कही जा रही थी. इसके साथ ही चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम और आईजी जोस मोहन को भी इस पूरे प्रकरण की एक रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपने के आदेश दिए गए थे. वहीं, इस प्रकरण के बाद राजनीति भी शुरू हो गई थी. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से संबंध रखने वाले नेता इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे थे.
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चूरू के SHO विष्णुदत्त विश्नोई के आत्महत्या मामले में भाजपा के अलावा कांग्रेस के भी कई नेता सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. कांग्रेस नेता और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने तो अपनी ही सरकार को घेरते हुए यह मांग उठाई थी. विश्वेंद्र सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था कि राजगढ़ थाने के एसएचओ का आत्महत्या का मामला गंभीर है. ऐसे में सरकार को CBI से मामले की जांच करानी चाहिए.
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गृह विभाग के एसीएस राजीव स्वरूप ने इस बात की पुष्टि की है. स्वरूप के अनुसार अशोक गहलोत ने सीबीआई जांच के अनुशंसा पत्र पर मुहर लगा दी है. यह पत्र केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा. केंद्र ने मांग उचित समझी तो जल्द ही यह मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा.
दरअसल एसएचओ विष्णु दत्त के परिजनों और विश्नोई समाज ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मामले जांच सीबीआई से कराने की गुहार लगाई थी. हालांकि सीएम अशोक गहलोत ने उसी दिन मामले की जांच निष्पक्ष एजेंसी से करने की सैद्धान्तिक सहमति दे दी थी. तब पीड़ित परिजनों को यह विकल्प दिया गया है कि वे चाहें तो केस की जांच सीबी सीआईडी कर सकती है, वे चाहें तो न्यायिक जांच भी हो सकती है और यदि वे चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआई करे तो इस पर भी सरकार को कोई आपत्ति नहीं है. परिजनों ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की इच्छा जताई. इसपर गुरुवार को सीएम गहलोत ने विष्णुदत्त आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंषा पत्र पर मुहर लगा दी.