जयपुर. राजधानी में सीआईडी क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम ने रविवार को जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके से दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर बदमाशों के कब्जे से 6 पिस्टल, 7 मैगजीन और 14 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. वहीं बदमाशों को अग्रिम अनुसंधान के लिए जमवारामगढ़ थाना पुलिस के सुपुर्द किया गया है.
पुलिस के मुताबिक दोनों बदमाश लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं. बदमाश एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही सीआईडी क्राइम ब्रांच ने बदमाशों को दबोच लिया.सीआईडी सीबी की सतर्कता के चलते एक बड़ा अपराध होने से पहले ही टल गया.
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एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी श्रवण विश्नोई बाड़मेर का रहने वाला है और दूसरा आरोपी वीरेंद्र मेघवाल जोधपुर का रहने वाला है. दोनों बदमाश जमवारामगढ़ थाना इलाके में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे. बदमाशों से बरामद 6 पिस्टलों में से 3 पर साइलेंसर लगा हुआ मिला है. इन पिस्टलों पर यूएस आर्मी 32 और यूएस आर्मी स्टार मार्क है. एडीजी क्राइम बीएल सोनी के अनुसार गिरफ्तार दोनों आरोपी छात्र जीवन से गुजर रहे हैं, लेकिन शौक और मौज-मस्ती पूरा करने के लिए अपराध का रास्ता अपना लिया.
वहीं प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी श्रवण विश्नोई ने बताया कि यह हथियार मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के सेंदवा बड़वानी से रोकी नाम के व्यक्ति से खरीद कर लाए थे. क्राइम ब्रांच की टीम बदमाशों को नहीं पकड़ती तो एक बड़ी वारदात भी हो सकती थी. बदमाश हथियारों में से पांच पिस्टल को बेचने वाले थे। एक हथियार को श्रवण विश्नोई अपने गांव ले जाने वाला था. गांव के पास ही रहने वाले बालाराम सिहाग नामक व्यक्ति से उनकी पुरानी दुश्मनी थी. दुश्मनी के चलते बालाराम सिहाग की हत्या करने की फिराक में थे, लेकिन क्राइम ब्रांच की सतर्कता के चलते बड़ा अपराध होने से टल गया. वहीं पुलिस आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि किन-किन लोगों को हथियार सप्लाई करने वाले थे.