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Chaitra Navratra 2022: शिला माता मंदिर में 2 साल बाद फिर गूंजे जयकारे, 9 दिनों तक होगी शक्ति की आराधना

जयपुर शिला माता मंदिर में चैत्र नवरात्रा के पहले दिन बड़ी संख्या में (devotees came to worship in jaipur shila mata mandir) भक्त माता के दर्शन करने पहुंचे. लोगों ने माता को चुनरी, प्रसाद, फूल-माला चढ़ाकर पूजा अर्चना की. इस दौरान पुलिस प्रशासन भी मुश्तैद होकर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रही है.

jaipur shila mata mandir
चैत्र नवरात्रा की शुरुआत
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Published : Apr 2, 2022, 1:13 PM IST

जयपुर. आज से चैत्र नवरात्रा के साथ नौ दिन तक मां शक्ति की अराधना की शुरुआत (jaipur shila mata mandir) हो गई है. शनिवार सुबह शुभ मुहूर्त में मंदिरों से लेकर घरों (day 1 shailputri mata is worshipped) में घट स्थापना किए गए. चैत्र नवरात्रों में करीब 2 साल बाद फिर से प्राचीन शिला माता मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जा रही है. 2 साल बाद फिर से माता के मंदिरों में जयकारे गूंजे. भक्त प्रसाद और चुनरी लेकर माता की पूजा करने पहुंचे.

आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्र मेले का भी आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही पूरे 9 दिनों तक विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी. शिला माता मंदिर में माता को नई पोशाक धारण करवा कर विशेष श्रंगार (devotees came to worship in jaipur shila mata mandir) किया गया. भक्त व्रत रखकर मां दुर्गा की आराधना के लिए 9 दिन दुर्गा सप्तशती के पाठ, जप समेत अन्य अनुष्ठान करेंगे. आमेर शिला माता मंदिर में सुबह 8:05 बजे घट स्थापना हुई. मंदिर के पट खुलने से पहले ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी.

शिला माता मंदिर में 2 साल बाद फिर गूंजे जयकारे

माता के जयकारों से गुंजा दरबार: सुबह करीब 9:15 बजे भक्तों को प्रवेश दिया गया. इस दौरान शिला माता का दरबार जयकारों से गुंज उठा. दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए माता के दरबार में पहुंचे थे. कई भक्त ध्वज लेकर, तो कई भक्त दंडवत करते हुए माता को चढ़ावा चढ़ाने पहुंंचे थे. भक्तों ने बारी-बारी से माता के दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर माता के दरबार में पहुंचे. कई लोगों ने अपनी शारीरिक बीमारियों और अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए माता से मनोकामना की. दूर-दूर से पहुंचे भक्तों का कहना है कि माता के दरबार में आने से सभी की इच्छाएं पूरी होती हैं. जो सच्चे मन से मनोकामना लेकर माता के दरबार में पहुंचते हैं उनकी मनोकामनाएं जरूर सुनी जाती है.

पढ़ें- चैत्र नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की करें पूजा, यह उपाय करने से मिलेगी मनवांछित सफलता

भक्तों के लिए सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद: भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस और आमेर महल प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. भक्तों की भीड़ के कारण कोई समस्या न उत्पन्न हो इसीलिए जगह-जगह पर पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं. पुलिस के आला अधिकारी की ओर से तमाम व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है. ताकि किसी प्रकार की समस्या होने पर भक्तों की मदद की जा सके.

आमेर शिला माता मंदिर में सुबह 8:05 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना की गई. इसके साथ ही 9 दिनों तक रोजाना माता के दरबार में पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. इसके साथ ही माता रानी का विशेष श्रंगार कर झांकी भी सजाई गई. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजाना आभूषणों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. शिला माता मंदिर में नवरात्रों के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाएगी.

पढ़ें-Chaitra Navratra 2022: दो साल बाद खुला मेहरानगढ़ का चामुंडा मंदिर, भक्तों की उमड़ी भीड़

आज पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा की गई. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवें नवरात्र को महागौरी माता, नवें और आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी. शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है. नवरात्रों के दौरान दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक पट बंद रहेंगे. रोजाना सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4:00 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे. निशा पूजन 8 अप्रैल सोमवार को रात्रि 10:00 बजे होगी. 9 अप्रैल अष्टमी को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 11 अप्रैल दशमी के दिन नवरात्रा उत्थापन सुबह 10:30 बजे किया जाएगा.

जयपुर. आज से चैत्र नवरात्रा के साथ नौ दिन तक मां शक्ति की अराधना की शुरुआत (jaipur shila mata mandir) हो गई है. शनिवार सुबह शुभ मुहूर्त में मंदिरों से लेकर घरों (day 1 shailputri mata is worshipped) में घट स्थापना किए गए. चैत्र नवरात्रों में करीब 2 साल बाद फिर से प्राचीन शिला माता मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जा रही है. 2 साल बाद फिर से माता के मंदिरों में जयकारे गूंजे. भक्त प्रसाद और चुनरी लेकर माता की पूजा करने पहुंचे.

आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्र मेले का भी आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही पूरे 9 दिनों तक विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी. शिला माता मंदिर में माता को नई पोशाक धारण करवा कर विशेष श्रंगार (devotees came to worship in jaipur shila mata mandir) किया गया. भक्त व्रत रखकर मां दुर्गा की आराधना के लिए 9 दिन दुर्गा सप्तशती के पाठ, जप समेत अन्य अनुष्ठान करेंगे. आमेर शिला माता मंदिर में सुबह 8:05 बजे घट स्थापना हुई. मंदिर के पट खुलने से पहले ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी.

शिला माता मंदिर में 2 साल बाद फिर गूंजे जयकारे

माता के जयकारों से गुंजा दरबार: सुबह करीब 9:15 बजे भक्तों को प्रवेश दिया गया. इस दौरान शिला माता का दरबार जयकारों से गुंज उठा. दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए माता के दरबार में पहुंचे थे. कई भक्त ध्वज लेकर, तो कई भक्त दंडवत करते हुए माता को चढ़ावा चढ़ाने पहुंंचे थे. भक्तों ने बारी-बारी से माता के दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर माता के दरबार में पहुंचे. कई लोगों ने अपनी शारीरिक बीमारियों और अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए माता से मनोकामना की. दूर-दूर से पहुंचे भक्तों का कहना है कि माता के दरबार में आने से सभी की इच्छाएं पूरी होती हैं. जो सच्चे मन से मनोकामना लेकर माता के दरबार में पहुंचते हैं उनकी मनोकामनाएं जरूर सुनी जाती है.

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भक्तों के लिए सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद: भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस और आमेर महल प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. भक्तों की भीड़ के कारण कोई समस्या न उत्पन्न हो इसीलिए जगह-जगह पर पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं. पुलिस के आला अधिकारी की ओर से तमाम व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है. ताकि किसी प्रकार की समस्या होने पर भक्तों की मदद की जा सके.

आमेर शिला माता मंदिर में सुबह 8:05 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना की गई. इसके साथ ही 9 दिनों तक रोजाना माता के दरबार में पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. इसके साथ ही माता रानी का विशेष श्रंगार कर झांकी भी सजाई गई. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजाना आभूषणों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. शिला माता मंदिर में नवरात्रों के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाएगी.

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आज पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा की गई. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवें नवरात्र को महागौरी माता, नवें और आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी. शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है. नवरात्रों के दौरान दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक पट बंद रहेंगे. रोजाना सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4:00 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे. निशा पूजन 8 अप्रैल सोमवार को रात्रि 10:00 बजे होगी. 9 अप्रैल अष्टमी को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 11 अप्रैल दशमी के दिन नवरात्रा उत्थापन सुबह 10:30 बजे किया जाएगा.

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