जयपुर. राजधानी के अल्बर्ट हॉल के सामने काफी संख्या में लोगों ने केंद्र सरकार की एनआरसी और सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में पहुंचे कई लोगों को तो एनआरसी और सीएए के बारे में जानकारी ही नहीं थी. जब मीडिया ने विरोध कर रहे लोगों से इसके बारे में जानने की कोशिश की तो वह जवाब ही नहीं दे पाए.
बता दें कि एसोसिएशन फ़ॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स के बैनर तले गुरुवार देर शाम को कैंडल मार्च निकालकर नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया. यह कैंडल मार्च अल्बर्ट हॉल के सामने निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. प्रदर्शन में ऐसे युवा भी शामिल थे, जिन्हें एनआरसी और सीएए के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जब मीडिया ने उनसे बात की तो वे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर जवाब नहीं दे पाए.
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वहीं देर शाम को बड़ी संख्या में युवा और वकील अल्बर्ट हॉल पहुंचे इन लोगों ने कैंडल जलाकर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की लोगों ने कहा कि धर्म के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है यह बर्दाश्त नहीं करेंगे. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारे लगाए. लोगों ने आरोप लगाया नरेंद्र मोदी धर्म के आधार पर नागरिकता देने का कानून पास किया है वह गलत है.
एनआरसी का भी इन लोगों ने विरोध जताया कहा कि सालों पुराने दस्तावेज जनता कहां से लेकर आएगी. युवाओं ने 'हमें चाहिए आजादी' और संविधान बचाओ देश बचाओ जैसे नारे लगाए. लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में नारे लिखी तख्तियां भी अपने हाथों में ली हुई थी. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस जाब्ता भी तैनात था.