जयपुर. बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने भी राजस्थान के करौली जिले में पुजारी को जिंदा जलाने सहित राजस्थान में घटित दुष्कर्म और हत्या के मामलों को लेकर अशोक गहलोत सरकार को घेरा है. बसपा सुप्रीमो ने लगातार 2 ट्वीट कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने जनता को भी आगाह किया कि वो कांग्रेसी ड्रामेबाजों से सतर्क रहें.
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2. लेकिन यहाँ कांग्रेसी नेता अपनी सरकार पर शिकंजा कसने की बजाए खामोश हैं। इससे यह लगता है कि यू.पी. में अभी तक जिन भी पीड़ितों से ये मिले हैं तो यह केवल इनकी वोट की राजनीति है व कुछ भी नहीं। जनता ऐसी ड्रामेबाजियों से सर्तक रहे, बी.एस.पी. की यह सलाह। 2/2
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बसपा अध्यक्ष ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर हमला बोलते हुए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने ट्वीट किया कि 'यूपी की तरह राजस्थान प्रदेश में भी कांग्रेसी राज में वहां हर प्रकार के अपराध और उनमें खासकर निर्दोषों की हत्या, दलित एवं महिलाओं का उत्पीड़न आदि चरम सीमा पर है. अर्थात यहां भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जो अति-शर्मनाक और अति-चिंताजनक है.
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा 'राजस्थान में कांग्रेसी नेता अपनी सरकार पर शिकंजा कसने की बजाए खामोश हैं. इससे यह लगता है कि यूपी में अभी तक जिन भी पीड़ितों से ये मिले हैं तो यह केवल इनकी वोट की राजनीति है और कुछ भी नहीं. जनता ऐसी ड्रामेबाजियों से सर्तक रहे, बीएसपी की यह सलाह है.
बसपा अध्यक्ष मायावती पहले भी राजस्थान की गहलोत सरकार की आलोचना कर चुकी है. वह राजस्थान से बसपा के सभी विधायकों को सरकार बचाने के लिए कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साध चुकी हैं.
दरअसल, राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन पिछले कुछ महीने पहले उनका कांग्रेस में विलय हो गया. जिसके बाद से मायावती और कांग्रेस के रिश्तो में खटास आ गई.