जयपुर. प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो उसके पास अपने 107 विधायक हैं, जो अपने दम पर कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों को आसानी से जीत दिला सकते हैं. लेकिन इन 107 विधायकों में से 6 विधायक वो हैं, जो बसपा से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं. ऐसे में अब बहुजन समाज पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से चुनाव आयोग से यह कहा गया है कि राज्यसभा चुनाव में बसपा के छह विधायकों को बसपा के पोलिंग एजेंट को वोट दिखाकर मतदान करने के निर्देश दिए जाएं.
इस मामले पर बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने कहा कि हम 6 विधायकों ने अपने विधायक दल के नेता लाखन मीणा के नेतृत्व में जब बसपा का कांग्रेस में विलय किया था. उस समय हमने सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा किया था. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि बीएसपी के विधायकों ने कांग्रेस में विलय किया हो. इससे पहले भी 6 विधायकों ने कांग्रेस में विलय किया था और वे आज भी कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं. यह केवल ध्यान भटकाने की बात है, इन सबके पीछे भाजपा की बड़ी ताकतें लगी हुई हैं.
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विधायक ने यह भी कहा कि यह बातें अब चुनाव के समय पर ही क्यों निकलकर आ रही हैं. यह सब राजनीति से प्रेरित हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कमजोर करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. ऐसे लोगों के मंसूबों पर राज्यसभा चुनाव के नतीजे पूरी तरीके से पानी फेर देंगे.
शुरू हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक
उधर, रिसोर्ट में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो चुकी है, जिसमें समर्थित पार्टियां और निर्दलीय विधायक भी मौजूद हैं. राज्यसभा के दोनों प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी भी इस बैठक में मौजूद हैं. इस बैठक में कहा जा रहा है कि विधायकों को उनकी वरीयता बता दी जाएगी कि किसे नीरज डांगी को वोट देना है और किसे केसी वेणुगोपाल को. इसके बाद में गुरुवार सुबह इस वरीयता के आधार पर ही सभी विधायकों को मॉक पोल की ट्रेनिंग दी जाएगी. विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के संगठन महामंत्री और राज्यसभा के उम्मीदवार केसी वेणुगोपाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद हैं.