जयपुर. राजधानी के आमेर इलाके में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिजली बिल माफ करवाने की मांग को लेकर विद्युत विभाग के कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही 3 महीने के बिजली के बिल माफ कराने की मांग को लेकर बिजली कार्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा है.
लॉकडाउन में बिजली के बिल ज्यादा आने को लेकर लोगों में काफी रोष है. जिसको लेकर काफी संख्या में लोग अपने बिल लेकर बिजली कार्यालय पहुंचे और बिजली विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए. इस दौरान बिजली विभाग कार्यालय पर लोग इकट्ठा होकर बिल माफ करवाने की मांग करने लगे. वहीं, इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भी सरकार से 3 महीने का बिजली बिल माफ करने की मांग की है.
भाजपा के आमेर मंडल अध्यक्ष दौलत सिंह ने बताया कि कोरोना संकट के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में रहे. इस दौरान लोगों के काम धंधे भी बंद हो गए थे, जिसकी वजह से लोगों की इनकम नहीं हो पाई. ऐसे में संकट की इस घड़ी को देखते हुए सरकार को बिजली के बिल माफ करने चाहिए. प्रदेश की जनता पहले से ही काफी दुख झेल रही है, अब गहलोत सरकार को लोगों के इस दुख को समझना चाहिए और उन्हें राहत देनी चाहिए.
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एडवोकेट रामचंद्र सैनी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण आम जनता 3 महीने से बेरोजगार है. इसके बाद भी आमजन को अधिकतम रेट पर अधिकतम बिल भेजे जा रहे हैं. बिजली के बिल का भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने की भी चेतावनी दी जा रही है. इस संकट के समय में भी सरकार आम जनता का दर्द नहीं समझ रही. एडवोकेट सुजीत कुमार ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी यूपी सरकार को 3 महीने के बिल माफ करने के लिए कह सकती हैं, तो फिर राजस्थान में तो कांग्रेस की सरकार है. यहां पर बिजली के बिल माफ क्यों नहीं किए जा रहे हैं. कोरोना संकट में ज्यादा रेटों पर बिल भेज कर सरकार जनता के साथ धोखा कर रही है.