जयपुर. राजस्थान विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ लेकिन इस दौरान बीजेपी ने अपनी रणनीति में भी बदलाव कर लिया है. BJP विधायक वासुदेव देवनानी ने बताया कि अब बीजेपी सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लेकर आएगी. वहीं देवनानी ने कांग्रेस विधायक के अलग-अलग पहुंचने पर कहा कि कांग्रेस गुट में बटी है. ये साफ नजर आ रहा है.
BJP ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव नहीं रखने का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि सरकार की ओर से सदन में विश्वासमत प्रस्ताव रख दिया गया है. ऐसे में नियम यह कहते हैं कि जब अविश्वास प्रस्ताव और विश्वास प्रस्ताव दोनों सदन में आ जाते हैं तो विश्वास मत प्रस्ताव पर ही चर्चा होती है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी ने यह जानकारी दी. देवनानी ने बताया कि सुबह हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में पहले तय किया गया था कि यदि सरकार विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आती है, तब भी BJP अविश्वास प्रस्ताव सदन में देगी लेकिन जब नियमों की जानकारी जुटाई गई, तब इस निर्णय को भी बदला गया.
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वासुदेव देवनानी ने सदन में शोक अभिव्यक्ति के दौरान अधिकतर कांग्रेस विधायकों के नहीं पहुंचने पर भी सवाल उठाए. देवनानी ने कहा विधानसभा इतिहास में ऐसा पहला मौका है, जब सदन शुरू होने के बाद गिने-चुने ही सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री सदन में नजर आए. जबकि अधिकतर विधायक कार्रवाई स्थगित करने के बाद विधानसभा बस में पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि अब भी कांग्रेस में दो फाड़ है और वह सदन में नजर आ रहा है.
विश्वास मत प्रस्ताव के खिलाफ देंगे वोट
वासुदेव देवनानी के अनुसार सरकार विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आई है तो BJP विधायक और उनके सहयोगी सरकार के खिलाफ वोट देंगे. साथ ही जो निर्दलय या अन्य सरकार की कार्यशैली से नाराज हैं, वह भी सरकार के खिलाफ वोट देंगे. देवनानी ने कहा कि सरकार के खिलाफ वोट देने वालों की संख्या BJP और RLP से ज्यादा भी रह सकती है. इसकी संभावना ज्यादा है.
कोरोना संक्रमण मामले में सरकार को घेरेंगे
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पूरी रणनीति तैयार कर ली है. सदन में कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर जब चर्चा होगी तो अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा.