जयपुर. कृषि कानून के खिलाफ देश भर में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस किसानों का समर्थन कर रही है और मोदी सरकार से तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्वीट किया. जिसके जवाब में राजस्थान भाजपा के नेताओं ने जयपुर में आशा सहयोगिनी के धरने की ओर भी राहुल गांधी को ध्यान देने की सलाह दी.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया "सर्दी की भीषण बारिश में, टेंट की टपकती छत के नीचे, जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर, वो निडर किसान अपने ही हैं ग़ैर नहीं, सरकार की क्रूरता के दृश्यों में अब कुछ और देखने को शेष नहीं". जिसके जवाब में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने राहुल गांधी और गहलोत सरकार पर कटाक्ष करते हुए राजस्थान के किसानों को डिफॉल्टर घोषित करने का आरोप लगाया.
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सर्दी की भीषण बारिश में
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टेंट की टपकती छत के नीचे
जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर
वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं
सरकार की क्रूरता के दृश्यों में
अब कुछ और देखने को शेष नहीं#KisanNahiToDeshNahi pic.twitter.com/DzWsLXygVf
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जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर
वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं
सरकार की क्रूरता के दृश्यों में
अब कुछ और देखने को शेष नहीं#KisanNahiToDeshNahi pic.twitter.com/DzWsLXygVf
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शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की ही सरकार के नाक के नीचे आशा सहयोगिनी भी अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठी हैं लेकिन उनकी समस्याओं की ओर अब तक ध्यान नहीं दिया गया.
रामलाल शर्मा ने आगे कहा कि गहलोत सरकार ने समय पर ऋण नहीं चुकाने वाले करीब ढाई लाख किसानों को डिफाल्टर की सूची में डाल दिया है. सरकार ने सहकारी बैंकों के जरिए एक बार तो किसानों का लोन माफ कर दिया लेकिन उनको डिफाल्टर की सूची डाले जाने से किसानों को दोबारा बैंकों से ऋण नहीं मिल पा रहा है. शर्मा ने मांग की कि ढाई लाख किसानों को डिफाल्टर सूची से निकाला जाए.