जयपुर. सतीश पूनिया ने सोमवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. पूनिया ने कहा कि देश की आजादी केवल कांग्रेस की ही मिल्कियत नहीं है, बल्कि हजारों लाखों लोगों ने इसके लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है.
पूनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में हुई. उन्होंने कहा कि संघ पर आरोप लगाने वाले हमेशा से इस देश में विभाजन की राजनीति करते आए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल के राजनीतिक इतिहास में से 50 साल देश में राज किया, लेकिन इस दौरान केवल लोगों को धर्म-पंथ के आधार पर बांटने का ही काम किया. लेकिन देश की जनता ने कांग्रेस के इस चरित्र को समझ लिया है.
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यही कारण है कि देश मे कांग्रेस सिमट कर रह गई है. लोकसभा में तो विपक्षी दल की भूमिका जितना आधार भी कांग्रेस के पास नहीं बचा. पूनिया ने कांग्रेस को लीडर लेस और एजेंडा लेस पार्टी करार देते हुए कहा कि अब कांग्रेस नेताओं का बचा हुआ समय इसी प्रकार की बयानबाजी में गुजरेगा.
राहुल गांधी राजस्थान में मां-बहनों के आंसू पोछने नहीं आते : पूनिया
पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बढ़ते अपराधों के मामले में भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Gehlot Government) को घेरा. पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को अबलाओं की इज्जत बचाने की फिक्र नहीं है. एक के बाद एक लगातार बलात्कार और अपराधों से जुड़ी बड़ी घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं. न तो प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित हैं और न कोई और. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अब राजस्थान की मां-बहनों के यहां क्यों नहीं आते.
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गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर हुए कार्यक्रम में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Dotsra) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को लेकर बयान दिया था. डोटासरा ने वीर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को लेकर कहा था कि हम मना नहीं करते कि वो स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में शामिल नहीं थे और उनकी हिंदू राष्ट्र की बात भी आजादी से पहले जब संविधान नहीं बना था तब कोई गुनाह नहीं था. लेकिन आजादी के बाद यह देश सभी जाति, धर्म, मजहब का हो गया, लेकिन जिस तरह भाजपा और आरएसएस ने देश को धर्म, संप्रदाय में बांटा वो गलत है.