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RPSC सदस्यों की नियुक्ति पर BJP ने उठाए सवाल, कहा- चहेतों को लगाकर सरकार ने प्रतिष्ठा की धूमिल

राजस्थान लोक सेवा आयोग में कई सदस्यों के नियुक्ति पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर अपने चहेतों को आरपीएससी में लगाए जाने का आरोप लगाया है और ये भी कहा कि इससे आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल होगी.

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Published : Oct 15, 2020, 11:56 AM IST

Updated : Oct 15, 2020, 12:20 PM IST

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RPAC सदस्यों नियुक्ति पर भाजपा ने उठाए सवाल

जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्यों के नियुक्ति पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर अपने चहेतों को आरपीएससी में लगाए जाने का आरोप लगाया है और ये भी कहा कि इससे आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल होगी.

  • डगमगाई सरकार के इस निर्णय के बाद RPSC
    किस प्रकार निष्पक्ष रूप से नौकरशाहों का चयन करेगा यह संदेह के घेरे में हो जायेगा जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। @RPSC1 @RajGovOfficial

    — Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) October 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने एक ट्वीट कर लिखा कि राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में अपने चहेतों को बिना योग्यता के पदों से नवाजने से राजस्थान लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल होगी. राठौड़ ने यह भी लिखा कि कम से कम इस प्रकार की संस्थाओं में तो विद्वान और योग्य सदस्यों का चयन किया जाना चाहिए था.

यह भी पढ़ें. नगर निगम चुनाव: BJP 65 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवार को नहीं देगी टिकट, वार्ड बदलने की भी इजाजत नहीं

बता दें कि बुधवार को पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव को जहां आरपीएससी का चेयरमैन बनाया गया. वहीं इसके साथ ही राजस्थान लोक सेवा आयोग में 4 सदस्यों की नियुक्ति भी की गई.

इनमें कवि कुमार विश्वास की पत्नी डॉ. मंजू शर्मा, आईएएस निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य, पत्रकार जसवंत राठी और बाबूलाल कटारा के नाम शामिल है. अब राजेंद्र राठौड़ ने अपने ट्वीट के जरिए इन 4 सदस्यों की योग्यता और नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.

जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्यों के नियुक्ति पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर अपने चहेतों को आरपीएससी में लगाए जाने का आरोप लगाया है और ये भी कहा कि इससे आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल होगी.

  • डगमगाई सरकार के इस निर्णय के बाद RPSC
    किस प्रकार निष्पक्ष रूप से नौकरशाहों का चयन करेगा यह संदेह के घेरे में हो जायेगा जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। @RPSC1 @RajGovOfficial

    — Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) October 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने एक ट्वीट कर लिखा कि राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में अपने चहेतों को बिना योग्यता के पदों से नवाजने से राजस्थान लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल होगी. राठौड़ ने यह भी लिखा कि कम से कम इस प्रकार की संस्थाओं में तो विद्वान और योग्य सदस्यों का चयन किया जाना चाहिए था.

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बता दें कि बुधवार को पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव को जहां आरपीएससी का चेयरमैन बनाया गया. वहीं इसके साथ ही राजस्थान लोक सेवा आयोग में 4 सदस्यों की नियुक्ति भी की गई.

इनमें कवि कुमार विश्वास की पत्नी डॉ. मंजू शर्मा, आईएएस निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य, पत्रकार जसवंत राठी और बाबूलाल कटारा के नाम शामिल है. अब राजेंद्र राठौड़ ने अपने ट्वीट के जरिए इन 4 सदस्यों की योग्यता और नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.

Last Updated : Oct 15, 2020, 12:20 PM IST
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