जयपुर. आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ने वाली विवादित पासबुक मामले में सियासत गरमा गई है. सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा है कि इस्लामिक आतंकवाद मामले में राजस्थान विधानसभा के सदन में बहस होनी चाहिए कि आखिर इस्लामिक आतंकवाद है क्या? लाहोटी के मुताबिक इस मामले में उन्होंने दो बार स्थगन प्रस्ताव भी लगाया, लेकिन उसे स्पीकर ने मंजूरी नहीं दी.
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि देश का 90 करोड़ जनसंख्या और राजस्थान की साढ़े 6 करोड़ जनसंख्या यह चाहती है कि इस्लामिक आतंकवाद पर खुलकर चर्चा हो. लाहोटी ने यह भी कहा जब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा बारहवीं की राजनीतिक विज्ञान की पुस्तक में पेज नंबर 149 और 157 पर साफ तौर पर लिखा है, इस्लामिक आतंकवाद से आप क्या समझते हैं. और इसमें इसका उत्तर भी है.
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लाहोटी के अनुसार यदि यही सवाल और जवाब संजीव पास बुक सहित 10 अन्य पासबुक में छपा है कि इस्लामिक आतंकवाद से आप क्या समझते हैं और इसमें लिखा है इस्लामिक आतंकवाद इस्लाम का ही एक रूप है जो विगत 20-30 वर्षों में अत्यधिक शक्तिशाली बन गया है. लाहोटी कहते हैं आज यह बात पूरा विश्व मान रहा है और विश्व के अधिकांश देशों में बुर्के पर पाबंदी लगा दी गई है.
हाल ही में श्रीलंका ने कानून पास करके बुर्का पहनने पर बैन लगाया है. लाहोटी कहते हैं कि यदि इस्लामिक आतंकवाद है या फिर नहीं है तो फिर इस पर चर्चा होनी चाहिए. लाहोटी ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि सदन में कांग्रेस विधायक रफीक खान को इस मसले पर बोलने की इजाजत दे दी जाती है लेकिन भाजपा के विधायक या अन्य विधायक बोलना चाहे तो उसे इजाजत नहीं दी जाती.
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तोड़फोड़ की घटना संगठित आतंकवाद से जुड़ी
विधायक लाहोटी ने 17 मार्च को जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित संजीव प्रकाशन के कार्यालय में हुई तोड़फोड़ की घटना में शामिल लोगों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की. लाहोटी के अनुसार तोड़फोड़ की यह घटना संगठित आतंकवाद से जुड़ी है जिसे एक संगठित गिरोह ने अंजाम दिया है.