जयपुर. फरवरी माह में राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने की संभावना है लेकिन उससे पहले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पिछले बजट में अल्पसंख्यकों के लिए की गई घोषणाओं की याद दिलाना (BJP Minority Front reminded the Chief Minister promised) शुरू कर दिया है. मोर्चा के सदस्यों का कहना है कि अभी तक पिछले वादे ही पूरे नहीं किए गए हैं. मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सादिक खान ने यह भी कहा है कि अब कांग्रेस सरकार का अल्पसंख्यक विरोधी चेहरा भी सामने आने लगा है.
सादिक खान ने एक बयान जारी कर कहा है कि पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने एक विज्ञप्ति जारी कर 32000 टीचरों की भर्ती का विज्ञापन निकाला, जिसमें 309 उर्दू टीचर भी शामिल थे. खान ने कहा कि पिछले बजट में सरकार ने 1,000 से अधिक उर्दू शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था लेकिन अब सरकार उससे भी मुकर गई है क्योंकि विज्ञप्ति 309 उर्दू शिक्षकों की ही जारी हुई है.
मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बजट घोषणा में मुख्यमंत्री ने कहा था कि 10 स्टूडेंट उर्दू भाषा सीखने वाले होंगे. वहां उर्दू का टीचर रखेंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. यहां तक कि अल्पसंख्यक विकास कोष स्थापना का वादा भी अब तक अधूरा है. इसमें करीब 100 करोड़ रुपए के प्रावधान करने की बात बजट घोषणा में की गई थी.