जयपुर. राजस्थान में भाजपा ने जहां करौली हिंसा प्रकरण का मुद्दा उठाकर गहलोत सरकार घेरने का काम तेज कर दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने इआरसीपी मामले को भुनाकर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है. दोनों एक-दूसरे पर इलेक्शन मोड में आने का आरोप लगा रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री के आरोपों पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट के जरिए पलटवार किया (Rajendra Rathore hits back at CM Gehlot on ERCP) है.
मंगलवार शाम राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि करौली में लचर कानून व्यवस्था के कारण सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ने की घटना को 'भाजपा इलेक्शन मोड में आ गई है' बताने वाले मुख्यमंत्री अशोक 'गहलोतजी', आप करौली उपद्रव मामले पर प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के सुनियोजित उद्देश्य के साथ ERCP को लेकर इलेक्शन मोड में आ गए हैं. राठौड़ ने कहा कि 13 जिलों में पेयजल व सिंचाई वाली ERCP की अवधारणा पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कालखंड की है. हम भी ERCP के पक्ष में हैं. ERCP जिसकी अवधारणा हमारे समय की है, उसे हम ही पूरा करेंगे. क्योंकि इसकी जन्मदाता भी भाजपा है और निर्माणकर्ता भी भाजपा ही होगी. इसे पूरा करना कांग्रेस के बस की बात नहीं है.
राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि ERCP को लेकर राजनीतिक करने वाले मुख्यमंत्री जी, आप इस मामले पर नौटंकी बंद करें तथा नेशनलाईज बैंक, शेड्यूल बैंक व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से ऋण लेने वाले जिन लाखों किसानों की जमीनें नीलाम हो रही हैं, उसे रोकने की दिशा में कारगर कदम उठायें, तो बेहतर होगा. राठौड़ ने कहा कि राज्य में प्रतिदिन 20 अबलाओं की लूटती इज्जत, प्रतिदिन 7 हत्याएं, 200 चोरियां व अन्य अपराधों के कारण प्रदेश में बने अराजकता के वातावरण व बिगड़ते सांप्रदायिक सद्भाव की चिंता करे तो उचित रहेगा.