जयपुर. प्रदेश में 26 सितंबर को हुई अब तक की सबसे बड़ी रीट परीक्षा 2021 (reet exam 2021) में उजागर हुई धांधली की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे प्रदेश भाजपा नेता अब इस मामले में न्यायिक जांच की मांग करने लगे हैं. मंगलवार को प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने परीक्षा में धांधली की सीबीआई जांच करवाने की मांग की थी, लेकिन अब वो इन प्रकरणों की न्यायिक जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.
पढ़ेंः रीट परीक्षा 2021 विवादः परीक्षा में हुई धांधली की जांच CBI करे- रामलाल शर्मा
रामलाल शर्मा ने बुधवार को एक बयान जारी कर सरकार के रीट परीक्षा 2021 में किसी प्रकार की धांधली नहीं होने के दावे को सिरे से खारिज किया है साथ ही यह भी तर्क दिया है कि यदि परीक्षा में अनियमितता या धांधली नहीं हुई तो फिर प्रदेश सरकार ने किस आधार पर 1 जिला शिक्षा अधिकारी, 1 एसडीएम 2 उप पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड किया. साथ ही कई इंजीनियर और कर्मचारियों को निलंबित किया.
रामलाल शर्मा ने कहा शिक्षा मंत्री और सरकार को रीट के परीक्षार्थियों के समक्ष यह बात स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर इन अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों की गई. शर्मा के अनुसार जो कार्रवाई अधिकारियों पर की गई है उसके बाद यह साफ हो गया है कि खुद सरकार ने मान लिया है कि रीट परीक्षा 2021 में धांधली और गड़बड़ियां हुई है.
शर्मा ने कहा की भविष्य में इस प्रकार की परीक्षाओं में धांधली ना हो जिससे लाखों बच्चों का भविष्य खराब होने से बचाया जा सके इसलिए सरकार को सख्त कदम उठाते हुए इन पूरे प्रकरणों की न्यायिक जांच करवाना चाहिए और इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.