जयपुर. प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच भाजपा ने मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों के काम के घंटों में कटौती की मांग की है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने एक बयान जारी कर इस गर्मी में मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों का समय सुबह 6 से 11 बजे तक करने की मांग की है. साथ ही मौजूदा निर्धारित टास्क को 33 प्रतिशत किए जाने की भी मांग सरकार से की है.
दरअसल, वर्तमान में मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों के लिए सुबह 6 बजे से लेकर 1 बजे तक काम का समय तय किया गया है. राठौड़ ने एक बयान जारी कर सरकार से मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों को न्यूनतम 220 रुपए मजदूरी अवश्य रूप से मिले यह सुनिश्चित करने के लिए वित्तीय व्यवस्था किए जाने का भी आग्रह किया है. राठौड़ के अनुसार नौतपा के बीच प्रदेश में सूरज आग उगल रहा है और विश्व की सर्वाधिक गर्मी राजस्थान के जिलों में ही पड़ रही है. पिछले 1 सप्ताह में प्रदेश में तापमान 43 डिग्री से लेकर 50 डिग्री तक बना हुआ है.
राठौड़ के अनुसार नौतपा के बढ़ते तापमान के कारण गर्मी से सीकर में एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है. वहीं मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार आगामी पखवाड़े तक तापमान और बढ़ने के कारण जयपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, जालौर, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, नागौर, पाली, भीलवाड़ा, कोटा, बूंदी, बारां, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, झुंझुनूं, करौली, सवाई माधोपुर, धौलपुर आदि जगहों पर रेड अलर्ट घोषित किया गया है.
राजेंद्र राठौड़ के अनुसार तापमान में बढ़ोतरी और इस समय मनरेगा श्रमिकों के लिए छाया की व्यवस्था, छोटे बच्चों के लिए झूलों की व्यवस्था और मेडिकल किट 90 फीसदी से अधिक कार्य स्थलों से नदारद होना चिंतनिय विषय हैं. इस कारण तत्काल नरेगा के समय और टास्क की कमी करना अत्यंत आवश्यक है.
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राठौड़ के अनुसार प्रदेश में लगभग प्रवासी श्रमिकों के मनरेगा में जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, जो चिंता का विषय है. उनके अनुसार प्रवासी श्रमिक क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद रोजगार से जोड़े जाएं. साथ ही केंद्र सरकार की घोषणा के अनुसार केंद्रीय योजना अंतर्गत खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था को सरकार को तुरंत प्रभाव से करना चाहिए.