जयपुर. राजस्थान में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसी बीच आयुष विभाग ने दावा किया है कि आयुष की विधाएं आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, सिद्वा, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बेहद कारगर साबित हो रहा है. आयुष राज्य मंत्री डॉ. सुभाग गर्ग ने कहा कि निरोगी राजस्थान के संकल्प (Resolve of Nirogi Rajasthan) को पूरा करने में आयुष विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
मंत्री सुभाष गर्ग ने यह बात मंगलवार को सचिवालय के मंत्रालय भवन में होम्योपैथी एवं यूनानी विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से आगामी दिनों में केन्द्र सरकार को आयुष मिशन के तहत 300 ब्लॉक में इन्टीग्रेटेड हेल्थ और वेलनेस केन्द्र चरणबद्व तरीके से खोलने के प्रस्ताव भेजें जाएंगे. इनमें आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी चिकित्सकीय सुविधाएं एक साथ मिल पाएगी.
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गर्ग ने अधिकारियों को विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप (rajasthan ayush department whatsapp group) बनाने के निर्देश दिए, जिसमें आयुष चिकित्सकों के नियमित आने-जाने का समय, रोगियों की संख्या सहित विभिन्न जानकारी नियमित रूप से दी जाए जिससे चिकित्सों के हॉस्पिटल में बैठने के समय तथा लाभार्थियों की जानकारी हो सके.
उन्होंने बताया कि आगामी दो वर्षाें में प्रदेश की जनता को आयुष की विधाओं के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जागरुक किया जाएगा. वर्तमान में विभाग की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के तहत सभी संभागों में रोग प्रतिरोधक क्षमता संबंधित स्कीनिंग करती गई और एनीमिक पाए गए लोगों को निशुल्क होम्योपैथी, आयुर्वेदिक एवं यूनानी दवाईयां उपलब्ध करवाई गई. उन्होंने कहा कि दुनिया में जो संक्रामक रोगों का दौर आया है, इसमें प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है, इसमें आयुष की सभी विधाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. कोरोना प्रबंधन में आयुष की भूमिका बढ़ी है और आगामी समय में इसके परिणाम सामने आएंगे.