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Achievements of Avani Lekhara : फर्स्ट यंगेस्ट पैरा खिलाड़ी...महज 20 साल की उम्र में अवनी लेखरा होंगी पद्मश्री से सम्मानित

पैरा ओलंपिक 2020 में देश के लिए एक गोल्ड और एक ब्रांज मेडल जीतने वाली अवनी लेखरा के नाम के साथ अब एक और उपलब्धि जुड़ गई है. 19 साल की उम्र में टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के बाद 20 साल की अवनी लेखरा सेकंड यंगेस्ट खिलाड़ी हैं, जिन्हें पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित (Achievements of Avani Lekhara) किया जाएगा. हालांकि, अवनी बतौर पैरा खिलाड़ी देश की सबसे युवा खिलाड़ी हैं, जिन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है. केंद्र सरकार के इस फैसले पर ETV Bharat ने 'गोल्डेन गर्ल' से खास बातचीत की...

Achievements of Avani Lekhara
पैरालंपियन अवनी लेखरा
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Published : Jan 26, 2022, 6:48 PM IST

Updated : Jan 26, 2022, 10:27 PM IST

जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से पद्मश्री अवार्ड की घोषणा हो गई है. देश की सबसे युवा पैरा खिलाड़ी और दूसरी सबसे युवा खिलाड़ी जिसको पद्मश्री मिलने जा रहा है, यह गौरव अवनी ने हासिल किया है. पद्मश्री अवार्ड के लिए जयपुर की इस युवा प्रतिभा का नाम शामिल होने से जहां परिवार में जश्न का माहौल है, वहीं युवा खिलाड़ी और देश की बेटियां इसे (Avani Became a Source of Inspiration) प्रेरणा के तौर पर देख रही हैं. वहीं, ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अवनी लेखरा ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इस मुकाम पर पहुंचेंगी.

साल 2012 में एक सड़क हादसा को पीछे छोड़ते हुए अवनी ने राइफल को अपनी दुनिया बनाया. 2015 में शूटिंग की शुरुआत करने वाली अवनी ने महज 6 साल में ही अपनी प्रतिभा का लोहा (Achievements of Avani Lekhara) मनवाया और आज पूरा विश्व अवनी के हुनर को पहचानता है. पिछले दिनों देश के राष्ट्रपति ने अवनी को खेल रत्न देकर सम्मानित किया था और अब पद्मश्री की घोषणा होने के बाद अवनी ने एक बार फिर से राजस्थान का गौरव बढ़ाया है.

क्या कहा अवनी लेखरा ने...

पद्मश्री मिलने की घोषणा होने बाद (Avani Lekhara on Padma Shri Award) अवनी ने बताया कि जब पद्म अवार्ड्स की लिस्ट में अपना नाम देखा तो उन्हें पहले यकीन नहीं हुआ. ये सम्मान मिलना गौरव की बात है और काफी अच्छा लगता है जब मेहनत को पहचान मिलती है. इसके लिए उन्होंने (Golden Girl Thanked Central Government) केंद्र सरकार, अपने परिजनों और शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया. अवनी ने कहा कि बीते एक डेढ़ साल में लाइफ पूरी तरह से बदल गई है.

पढ़ें : राजस्थान की 5 हस्तियों को पद्म अवार्ड, पूर्व राज्यपाल को भी मरणोपरांत पदम विभूषण से सम्मानित किया जाएगा

पढ़ें : पीएम से बोलीं 'गोल्डन गर्ल' अवनी लेखरा, आपकी बातों पर अमल कर जीता मेडल

पढ़ें : अवसाद, संघर्ष और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने की कहानी है अवनि की

पहले वाली अवनी और वर्तमान अवनी में बहुत से बदलाव आ चुके हैं. जब शूटिंग की शुरुआत की थी तो उस समय राइफल भी नहीं उठाई जाती थी, लेकिन अब उसी शूटिंग ने काफी मनोबल बढ़ाया है और जब इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हैं तो उसी से हिम्मत आ जाती है. खास बात ये है कि अब देश में पैरा खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है. उन्हें मोटिवेट भी किया जा रहा है, जो एक अच्छा बदलाव है. उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इस मुकाम पर पहुंचेंगी. सोच केवल अपने खेल को 100 प्रतिशत देने की थी, लेकिन उसके रिजल्ट मिल रहे हैं. उससे काफी अच्छा लग रहा.

पढ़ें : Positive Bharat podcast: अवनि लेखरा, जिसने अपनी दिव्यांगता को कमजोरी नहीं बल्कि ताकत बनाया

आखिर में युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के अवसरों की बात करते हुए (Avani Lekhara on Padma Shri Award) अवनी ने कहा कि एक खिलाड़ी के आसपास कितना भी नकारात्मक वातावरण क्यों न हो, उस वक्त भी सपनों पर ध्यान लगाएं और उसमें अपना 100 फीसदी दें. जीवन में सफलता जरूर मिलेगी.

जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से पद्मश्री अवार्ड की घोषणा हो गई है. देश की सबसे युवा पैरा खिलाड़ी और दूसरी सबसे युवा खिलाड़ी जिसको पद्मश्री मिलने जा रहा है, यह गौरव अवनी ने हासिल किया है. पद्मश्री अवार्ड के लिए जयपुर की इस युवा प्रतिभा का नाम शामिल होने से जहां परिवार में जश्न का माहौल है, वहीं युवा खिलाड़ी और देश की बेटियां इसे (Avani Became a Source of Inspiration) प्रेरणा के तौर पर देख रही हैं. वहीं, ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अवनी लेखरा ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इस मुकाम पर पहुंचेंगी.

साल 2012 में एक सड़क हादसा को पीछे छोड़ते हुए अवनी ने राइफल को अपनी दुनिया बनाया. 2015 में शूटिंग की शुरुआत करने वाली अवनी ने महज 6 साल में ही अपनी प्रतिभा का लोहा (Achievements of Avani Lekhara) मनवाया और आज पूरा विश्व अवनी के हुनर को पहचानता है. पिछले दिनों देश के राष्ट्रपति ने अवनी को खेल रत्न देकर सम्मानित किया था और अब पद्मश्री की घोषणा होने के बाद अवनी ने एक बार फिर से राजस्थान का गौरव बढ़ाया है.

क्या कहा अवनी लेखरा ने...

पद्मश्री मिलने की घोषणा होने बाद (Avani Lekhara on Padma Shri Award) अवनी ने बताया कि जब पद्म अवार्ड्स की लिस्ट में अपना नाम देखा तो उन्हें पहले यकीन नहीं हुआ. ये सम्मान मिलना गौरव की बात है और काफी अच्छा लगता है जब मेहनत को पहचान मिलती है. इसके लिए उन्होंने (Golden Girl Thanked Central Government) केंद्र सरकार, अपने परिजनों और शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया. अवनी ने कहा कि बीते एक डेढ़ साल में लाइफ पूरी तरह से बदल गई है.

पढ़ें : राजस्थान की 5 हस्तियों को पद्म अवार्ड, पूर्व राज्यपाल को भी मरणोपरांत पदम विभूषण से सम्मानित किया जाएगा

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पहले वाली अवनी और वर्तमान अवनी में बहुत से बदलाव आ चुके हैं. जब शूटिंग की शुरुआत की थी तो उस समय राइफल भी नहीं उठाई जाती थी, लेकिन अब उसी शूटिंग ने काफी मनोबल बढ़ाया है और जब इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हैं तो उसी से हिम्मत आ जाती है. खास बात ये है कि अब देश में पैरा खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है. उन्हें मोटिवेट भी किया जा रहा है, जो एक अच्छा बदलाव है. उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इस मुकाम पर पहुंचेंगी. सोच केवल अपने खेल को 100 प्रतिशत देने की थी, लेकिन उसके रिजल्ट मिल रहे हैं. उससे काफी अच्छा लग रहा.

पढ़ें : Positive Bharat podcast: अवनि लेखरा, जिसने अपनी दिव्यांगता को कमजोरी नहीं बल्कि ताकत बनाया

आखिर में युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के अवसरों की बात करते हुए (Avani Lekhara on Padma Shri Award) अवनी ने कहा कि एक खिलाड़ी के आसपास कितना भी नकारात्मक वातावरण क्यों न हो, उस वक्त भी सपनों पर ध्यान लगाएं और उसमें अपना 100 फीसदी दें. जीवन में सफलता जरूर मिलेगी.

Last Updated : Jan 26, 2022, 10:27 PM IST
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