जयपुर. राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों को खरीफ के लिए 10 हजार करोड़ के ऋण देने की घोषणा की है. पहले सरकार अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के मौके पर फसली ऋण की शुरुआत करने वाली थी. लेकिन इसे टाल दिया गया है. सूत्रों के अनुसार पैसे की व्यवस्था नहीं होने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया. अब 11 जुलाई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फसली ऋण की औपचारिक शुरुआत करेंगे.
आपको बता दें कि 10 जुलाई को राज्य सरकार बजट पेश करेगी और उसके एक दिन बाद ही महा लोन मेला लगाकर किसानों को ऋण वितरण शुरू किया जाएगा. खरीफ की फसल के लिए पहले दौर में किसानों को 3 हजार करोड़ का ही ऋण वितरण किया जाएगा. अपैक्स बैंक ने केंद्रीय सहकारी बैंकों को 3000 करोड़ रुपये ही दिए हैं और बाकी राशि सहकारी बैंकों को खुद के स्तर पर ही व्यवस्था करनी होगी. नाबार्ड ने भी सहकारी साख नीति जारी नहीं की है और अपैक्स बैंक को उम्मीद है कि 3000 करोड़ के ऋण बांटते बांटते नाबार्ड की साख नीति आ जायेगी और उन्हें रिफाइनेंस के नाम पर 4000 करोड़ रुपये मिल जाएंगे.
रजिस्ट्रार नीरज के पवन ने बताया कि आज से ऋण वितरण की शुरुआत हो चुकी है और पहला सेंक्शन लेटर मेरे मोबाइल पर आ चुका है. इसकी औपचारिक शुरुआत 11 जुलाई को सुबह 11:00 बजे बिड़ला ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि उस दिन मोबाइल एटीएम का भी डिस्प्ले किया जाएगा और किसानों को यह भी बताया जाएगा कि इनका उपयोग किस तरह से कर सकते हैं.