जयपुर. करीब 3 दिन पहले नागौर जिला क्रिकेट संघ में चुनाव हुए और कांग्रेस के दिग्गज नेता रामेश्वर डूडी ने क्रिकेट में अपनी नई पारी की शुरुआत की. उन्हें सर्वसम्मति से नागौर जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाया गया. जिसके बाद उन्होंने कहा कि आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ मिलकर क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले कर जाएंगे.
लेकिन इसके बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में घमासान शुरू हो गया और सीपी जोशी गुट की ओर से कहा गया कि नागौर जिला क्रिकेट संघ को निलंबित किया जा चुका है. ऐसे में यह चुनाव मान्य नहीं है. सीपी जोशी गुट ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान कोई पर्यवेक्षक आरसीए की ओर से मौजूद नहीं था तो ऐसे में आरसीए चुनाव को मान्यता नहीं देता है. वहीं, मामले को लेकर आरसीए और नागौर जिला क्रिकेट संघ के सचिव राजेंद्र सिंह नान्दू ने कहा कि नागौर जिला क्रिकेट संघ में हुया चुनाव एकदम सही है और आरसीए की ओर से धर्मवीर सिंह शेखावत पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहे. ऐसे में चुनाव पर सवाल उठाना गलत है.
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वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि मुझे सीपी जोशी गुट की ओर से सस्पेंडेड बताया जा रहा है. जबकि ऐसा कोई भी कागज या आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ है और सस्पेंशन को लेकर जो कार्रवाई की गई थी. उसे लेकर कोर्ट ने रोक लगा दी थी और सीपी जोशी गुट ने फर्जी तरीके से सस्पेंशन के आदेश जारी किए थे. नान्दू ने यह भी कहा कि नागौर जिला क्रिकेट संघ को गलत तरीके से सस्पेंड करने की कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन कोर्ट ने इस मामले पर भी रोक लगा दी.
बरहाल, आरसीए की राजनीति में अब राजस्थान कांग्रेस के दो दिग्गज नेता शामिल हो चुके हैं. ऐसे में क्या प्रदेश का क्रिकेट एक बार फिर से पटरी पर लौट सकेगा. यह देखने वाली बात होगी.