जयपुर. प्रदेश भर के एंबुलेंस कर्मचारियों ने 23 फरवरी से प्रदेश में एंबुलेंस हड़ताल की घोषणा कर दी है. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि सरकार उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं करती है, तो कल से प्रदेश भर में एंबुलेंस सेवा बंद कर दी जाएगी, जिसमें 108 और 104 एंबुलेंस सेवा शामिल है.
मामले को लेकर राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि एंबुलेंस कर्मचारी काफी समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार झूठे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. एंबुलेंस कर्मचारी अपनी मांगों का समाधान करवाने के लिए 2 फरवरी को मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल व परियोजना निदेशक अनिल पालीवाल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा से मिले. लेकिन उसके बाद भी किसी तरह से कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं हुआ.
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शेखावत ने बताया कि 12 फरवरी को एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें तय किया गया था कि 22 फरवरी तक कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं हुआ, तो 23 फरवरी को पूरे प्रदेश में एंबुलेंस सेवा बंद कर दी जाएगी. जिसके लिए मिशन निदेशक को चेतावनी पत्र भी दिया गया था और उसके बाद लगातार मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से यूनियन के पदाधिकारी बैठक करते रहे, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं हुआ.
शेखावत ने बताया कि कर्मचारियों का 20 परसेंट बढ़ा हुआ वेतन का एरियर दिलवाने व 8 घंटे कार्य समय लागू करवाने की मांगों को लेकर 23 फरवरी शाम 8 से पूरे प्रदेश में एंबुलेंस सेवा अनिश्चित काल के लिए बंद रहेगी और 24 फरवरी सुबह 22 गोदाम पेट्रोल पंप के पास प्रदेश भर से आए कर्मचारी धरना देंगे. जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब तक एंबुलेंस सेवा प्रदेश भर में बंद रहेगी.