जयपुर. अलवर में मानसिक रूप से विमंदित बालिका के साथ हुई घटना के बाद दबाव के चलते राजस्थान सरकार ने मामला सीबीआई को सुपुर्द कर दिया है. लेकिन अभी इस मामले में राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. अब इस मामले में एक नया विवाद सामने आ गया है. दरअसल, अलवर में जिस जगह घटना हुई उस जगह की प्रशासन की ओर से सफाई करवा दी गई.
इस मामले में बोलते हुए राजस्थान के पीएचईडी मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi targets Rajasthan BJP leaders) ने कहा कि पहले भाजपा इस मामले पर राजनीति कर इसे सीबीआई में सौंपने की बात कर रही थी और अब सबूत मिटाने के आरोप लगा रही है. लेकिन क्या भाजपा को यह पता नहीं है कि कई बार ऐसा होता है कि सीबीआई कई महीनों के बाद केस अपने हाथ में लेती है. कई बार तो सालभर के बाद भी सीबीआई को केस ट्रांसफर होते हैं. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से यह पूछा कि जब राजस्थान में भाजपा का राज था तो कितनी बार सीबीआई की जांच राजस्थान की घटनाओं को लेकर सौंपी गई.
महेश जोशी ने कहा कि भाजपा राजस्थान की कानून व्यवस्था को बदनाम करने का प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने यह स्टैंड ले रखा है कि चाहे कितने भी केस बढ़ते हुए दिखाई दें लेकिन हर किसी को एफआईआर दर्ज करवाने का अधिकार जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था (Mahesh Joshi on law and order of Rajasthan) में लगातार सुधार हो रहा है और इसका उदाहरण इसी बात से लिया जा सकता है कि मुकदमे खत्म होने में कितना समय लग रहा है.
महेश जोशी ने जयपुर का उदाहरण देते हुए दावा किया कि पिछले 3 साल के लगभग सारे केस निपटा लिए गए हैं. किसी राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का आंकलन इसी बात से होता है कि अनुसंधान में किस तेजी के साथ काम हो रहा है.