जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल ने बुधवार नीलामी उत्सव के तहत पहले 35 दिनों में 1010 मकान बेचकर 162 करोड़ रुपये के राजस्व का रिकॉर्ड और अब 12 दिन में 1213 संपत्तियां बेचकर 185 करोड़ रुपये के राजस्व का रिकॉर्ड बनाकर आवासन मंडल ने दोहरा कीर्तिमान रचा है. मंडल की इस उपलब्धि को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन द्वारा मान्यता प्रदान की गई है. इसके बाद वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन के प्रतिनिधि ने कंफर्मेशन लेटर आवासन आयुक्त को सौंप दिया है.
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आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा की मानें तो मंडल की आवासीय और व्यवसायिक संपत्तियां कोविड-19 महामारी के इस दौर में भी लोगों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इस बुधवार को मंडल द्वारा 272 संपत्तियां विक्रय की गईं, जिससे 39 करोड़ 54 लाख रुपये का राजस्व मिला. इनमें 172 आवासीय संपत्तियों को बुधवार नीलामी उत्सव के तहत सबमिशन के माध्यम से 100 व्यवसायिक संपत्तियां 'अपनी दुकान-अपना व्यवसाय' योजना के तहत बेची गई. खास बात ये रही कि जयपुर के मानसरोवर योजना में स्थित अपार्टमेंट के फ्लैट में से 12 फ्लैट पहले ही बुधवार को बिक गए. आयुक्त ने बताया कि राजस्थान आवासन मंडल ने बुधवार नीलामी उत्सव के तहत महज 12 दिन में 185 करोड़ रुपये के मूल्य की 1213 संपत्तियां बेचकर दूसरा अंतर्राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाया है, जिसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन द्वारा मान्यता दी गई है.
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बता दें कि इस बुधवार जयपुर वृत्त प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 96 संपत्तियां बिकी, जिससे मंडल को 16 करोड़ 20 लाख रुपये का राजस्व मिला. जोधपुर वृत्त प्रथम और द्वितीय में 33 संपत्तियां बिकी, जिससे 5 करोड़ 22 लाख रुपये, कोटा व्रत में 44 संपत्तियों से 3 करोड़ 71 लाख रुपये, बीकानेर व्रत में 21 संपत्तियों से 2 करोड़ 97 लाख रुपये, उदयपुर में 25 संपत्तियों से 3 करोड़ 54 लाख रुपये और अलवर वृत्त में 49 संपत्तियों से 7 करोड़ 90 लाख का राजस्व मिला.