जयपुर. कोविड-19 संक्रमण के दौरान प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में इलाज से जुड़ी किस तरह की सुविधाएं मरीजों को उपलब्ध कराई गई इससे जुड़ी एक ऑडिट रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से तैयार की जाएगी. इसे लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से ऑडिट के लिए 6 टीमों का गठन कर दिया है.
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मामले को लेकर चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया का कहना है कि प्रत्येक टीम में 4 वरिष्ठ चिकित्सकों को शामिल किया गया है और ये टीमें विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में जाकर कोविड रोगियों को उपलब्ध सुविधाओं का विश्लेषण और निगरानी करेंगी.
गालरिया का कहना है कि इन ऑडिट टीमों का मुख्य कार्यक्षेत्र म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) ऑडिट, प्रिसक्रिप्शन ऑडिट, आईसीयू ऑडिट, दवा और ऑक्सीजन ऑडिट रहेगा. ये टीमें 25 से 29 जून 2021 के दौरान मेडिकल कॉलेजों की ऑडिट करेंगी और 30 जून 2021 तक चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार को अपनी रिपोर्ट देगी.
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने बताया कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज. जयपुर द्वारा अजमेर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को ऑडिट किया जाएगा. इस टीम में डॉ. रमेश चौधरी, डॉ. सिद्धार्थ शर्मा, डॉ. सुजाता अग्रवाल और डॉ. अंजनी शर्मा शामिल हैं. वहीं, एसएमएस मेडिकल कॉलेज को कोटा मेडिकल कॉलेज के डॉ. मीनाक्षी शारदा, डॉ. विजय मीना, डॉ. मनोज सिंघल और डॉ. मोहित अजमेरा की टीम ऑडिट करेगी. इसके अलावा राजकीय चिकित्सालय कोटा की ऑडिट जेएलएन मेडिकल कॉलेज, अजमेर की ओर से की जाएगी. इस टीम में डॉ. वीना माथुर, डॉ. हरीश बड़जात्या, डॉ. जयप्रकाश नारायण और डॉ. योगेश असेरी शामिल हैं.
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बीकानेर के सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय को जोधपुर के डॉ. संपूर्णानंद आयुर्विज्ञान महाविद्यालय की टीम ऑडिट करेगी. इस टीम में डॉ. अरविंद कुमार जैन, डॉ. मोहन मकवाना, डॉ. नवीन पालीवाल और डॉ. महेंद्र चौहान शामिल है. वहीं, बीकानेर मेडिकल कॉलेज की ओर से उदयपुर के रवींद्र नाथ टैगोर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय को ऑडिट किया जाएगा. इस टीम में डॉ. श्याम लाल मीना, डॉ. मुकेश कुमार बेनीवाल, डॉ. मोहम्मद यूनुस खिलजी और डॉ. विवेक सामोर शामिल हैं. जबकि आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर को डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज, जोधपुर का ऑडिटर बनाया गया है. इस टीम में डॉ. ललित कुमार रैगर, डॉ. मंजू सिलू, डॉ. बी. एल. मेघवाल और डॉ. बलदेव मीना शामिल हैं.