जयपुर. राजस्थान की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है. राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी चुनाव कार्यक्रम जारी नहीं किया है लेकिन सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. फिर चाहे मतदाता सूचियों को अंतिम रूप देना हो या फिर कोरोना संक्रमण के बीच होने वाले चुनाव की गाइडलाइन की पालना करवानी हो. आयोग के अनुसार इन 4 विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 1529 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा. जिसमे 9 लाख 96 हजार 518 वोटर्स अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. वहीं 39 हजार 155 दिव्यांग और 29 हजार 514 वयोवृद्ध मतदाता हैं, जिन्हें आयोग ने डाक मत पत्र के जरिए वोटिंग की अनुमति दी है.
4 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के साथ निर्वाचन विभाग भी पूरी तैयारियों में जुटा है. कोरोना काल में हो रहे चुनाव में विभाग ने 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को डाक मत पत्र से मतदान की अनुमति दी है.
इसके साथ प्रदेश में इन चार सीटों पर कुल 29 हजार 514 मतदाता हैं. जिनकी उम्र 80 साल से ज्यादा है. इसी तरह से 39 हजार 155 दिव्यांग वोटर्स पोस्टल बैलट का उपयोग करके मतदान कर सकेंगे. कोरोना संक्रमण का कोई खतरा इन पर नहीं हो इसके लिए राज्य निर्वाचन विभाग ने इन मतदाताओं को विशेष डाक पत्रों की विशेष राहत दी है.
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दरअसल, सहाड़ा, सुजानगढ़, वल्लभनगर, राजसमंद विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं. कोरोना के बाद प्रदेश में पहली बार विधानसभा का कोई चुनाव हो रहा है. ऐसे में स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण के साथ ‘सुरक्षित चुनाव’ करवाना विभाग की प्राथमिकता है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि हालांकि, कोरोना का संक्रमण थोड़ा कम है लेकिन उम्मीदवार, उनके समर्थक और मतदाता किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें.
बढ़ाए गए मतदान केंद्रों की संख्या
मतदान केंद्रों पर भीड़ को सुनियोजित करने के लिए चारों विधानसभा क्षेत्रों में में 1,000 से ज्यादा संख्या वाले मतदान केंद्रों की संख्या में करीब 45 प्रतिशत का इजाफा किया है, जहां सभी विधानसभाओं में कुल 1074 मतदान केंद्र थे, उन्हें अब बढ़ाकर 1529 कर दिया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि महिला, पुरुषों के अलावा वरिष्ठ जनों और दिव्यांगों के लिए अलग पंक्ति की व्यवस्था की गई है.
साथ ही 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं, कोविड-19 मरीजों और 40 फीसद से अधिक दिव्यांगजनों सहित कुछ अन्य के लिए आयोग ने पहली बार डाक मत की सुविधा दी है. गुप्ता ने बताया कि चुनाव के दौरान होने वाले खर्च को 28 से बढ़ाकर 30.80 लाख रुपए कर दिया गया है.