जयपुर. राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप प्रदेश में 16 नई नगर पालिकाओं का गठन किया गया है. इसके साथ ही अब प्रदेश में 212 नगरीय निकाय हो गए हैं. हालांकि नवगठित नगर पालिका में सम्मिलित किए गए ग्राम पंचायत क्षेत्रों को पंचायती राज से अलग करने के नोटिफिकेशन के बाद ही स्वायत्त शासन विभाग का नोटिफिकेशन प्रभावी होगा.
बीते साल 18 अक्टूबर को राज्य सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो-दो नगर निगम बनाए जाने का फैसला लिया, जिसके बाद प्रदेश में 193 के बजाय 196 नगरीय निकाय बन गए. वहीं, अब राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत 16 नई नगरपालिका बना दी गई है.
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डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ ने बताया, कि स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 16 नई नगर पालिकाओं का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि ये नोटिफिकेशन तब ही प्रभावी होगा, जब पंचायती राज भी नोटिफिकेशन जारी कर उन 16 पंचायतों को पंचायती राज से अलग कर देगा. स्वायत्त शासन विभाग के नोटिफिकेशन के आधार पर ही पंचायती राज आगामी कार्रवाई करेगा. राठौड़ ने बताया कि इनके इलेक्शन का निर्णय चुनाव आयोग का रहेगा. यदि पुराने सरपंच के चुनाव हो गए होंगे तो ऐसी स्थिति में सरपंच ही नगर पालिका अध्यक्ष कहलाएगा.
ये हैं नई नगर पालिकाएं
जिला | नगर पालिका का नाम |
जयपुर | बस्सी, पावटा |
अलवर | रामगढ़, बानसूर, लक्ष्मणगढ़ |
दौसा | मंडावरी |
जोधपुर | भोपालगढ़ |
सिरोही | जावाल |
भरतपुर | उच्चैन, सीकरी |
धौलपुर | सरमथुरा, बसेड़ी |
करौली | सपोटरा |
कोटा | सुल्तानपुर |
बारां | अटरू |
श्रीगंगानगर | लालगढ़-जाटान |
हालांकि, नागौर जिले की जायल ग्राम पंचायत और सवाई माधोपुर जिले की बामनवास ग्राम पंचायत को भी नगर पालिका बनाया जाना था, लेकिन अंतिम समय में इन दो ग्राम पंचायतों के नाम वापस ले लिए गए. बहरहाल, प्रदेश में 16 नगरपालिका और जुड़ने के बाद नगर पालिकाओं की संख्या 168 हो गई और प्रदेश में 212 नगरीय निकाय होंगे. प्रदेश में अब 10 नगर निगम, 34 नगर परिषद और 168 नगर पालिका होंगी.