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साइबर ठगीः 10 रुपए का ऑनलाइन भुगतान का लिंक भेजकर खाते से उड़ाए एक लाख रुपए

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Published : Sep 3, 2019, 6:32 PM IST

Updated : Sep 3, 2019, 7:10 PM IST

राजधानी जयपुर में ट्रू-कॉलर पर नाम ठीक करने का झांसा देकर पीड़ित से 1 लाख की ऑनलाइन ठगी की गई. ठगों ने 10 रुपए के ऑनलाइन भुगतान के लिए लिंक भेजा और पीड़ित के खाते से 1 लाख रुपए उड़ा लिए. वहीं, पीड़ित ने मामले की रिपोर्ट स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने दर्ज करवाई है.

1 lakh thug name of truecaller, जयपुर में ट्रू-कॉलर पर ठगी

जयपुर. राजधानी के स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में ट्रू-कॉलर के नाम पर 1 लाख रुपए की ठगी करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. ठगों ने ट्रू-कॉलर पर नाम ठीक करने का झांसा देकर पीड़ित के खाते से 1 लाख चुरा लिए. पीड़ित ने गूगल से ट्रू-कॉलर का कस्टमर केयर का नंबर निकाला और उस पर कॉल करके ठगी का शिकार हो गया.

ट्रू-कॉलर पर 1 लाख की साइबर ठगी

पीड़ित गजेंद्र सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ट्रू-कॉलर पर उनके नाम की जगह किसी अन्य व्यक्ति का नाम दिखता है. उसे ही सही करने के लिए उन्होंने गूगल पर ट्रू-कॉलर के कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया. इसके बाद परिवादी ने गूगल पर सर्च किए गए नंबर पर संपर्क किया. जिसके बाद उसे ट्रू-कॉलर पर अपना नाम ठीक करने के लिए 10 रुपए का ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहा गया.

ये पढ़ें: ISSF शूटिंग वर्ल्डकपः जयपुर की अपूर्वी ने गोल्ड और दिव्यांश ने कांस्य पर साधा निशाना

वहीं, पीड़ित को उसके मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. इस प्रकार से ठगों ने पीड़ित के मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाई और फिर उसे एक लिंक भेज लिंक पर क्लिक कर 10 रुपए का पेमेंट करने को कहा. पीड़ित ने लिंक पर क्लिक किया, जिसके कुछ देर बाद ही उसके खाते से 1लाख रुपए कट गए.

ये पढ़ें: सीएम गहलोत को आभार प्रकट करने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे दूदूवासी

पीड़ित ने ठगी का शिकार होने के बाद स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में पहुंच प्रकरण दर्ज करवाया. प्रकरण दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. वहीं, इसी के साथ पुलिस ने अपील भी की है कि यदि आपके पास इस तरह से कोई लिंक भेज कर पेमेंट करने के लिए कहा जाए तो ऐसा ना करें. इसके साथ ही अधिकृत वेबसाइट से ही कस्टमर केयर के नंबर प्राप्त करें.

जयपुर. राजधानी के स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में ट्रू-कॉलर के नाम पर 1 लाख रुपए की ठगी करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. ठगों ने ट्रू-कॉलर पर नाम ठीक करने का झांसा देकर पीड़ित के खाते से 1 लाख चुरा लिए. पीड़ित ने गूगल से ट्रू-कॉलर का कस्टमर केयर का नंबर निकाला और उस पर कॉल करके ठगी का शिकार हो गया.

ट्रू-कॉलर पर 1 लाख की साइबर ठगी

पीड़ित गजेंद्र सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ट्रू-कॉलर पर उनके नाम की जगह किसी अन्य व्यक्ति का नाम दिखता है. उसे ही सही करने के लिए उन्होंने गूगल पर ट्रू-कॉलर के कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया. इसके बाद परिवादी ने गूगल पर सर्च किए गए नंबर पर संपर्क किया. जिसके बाद उसे ट्रू-कॉलर पर अपना नाम ठीक करने के लिए 10 रुपए का ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहा गया.

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वहीं, पीड़ित को उसके मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. इस प्रकार से ठगों ने पीड़ित के मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाई और फिर उसे एक लिंक भेज लिंक पर क्लिक कर 10 रुपए का पेमेंट करने को कहा. पीड़ित ने लिंक पर क्लिक किया, जिसके कुछ देर बाद ही उसके खाते से 1लाख रुपए कट गए.

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पीड़ित ने ठगी का शिकार होने के बाद स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में पहुंच प्रकरण दर्ज करवाया. प्रकरण दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. वहीं, इसी के साथ पुलिस ने अपील भी की है कि यदि आपके पास इस तरह से कोई लिंक भेज कर पेमेंट करने के लिए कहा जाए तो ऐसा ना करें. इसके साथ ही अधिकृत वेबसाइट से ही कस्टमर केयर के नंबर प्राप्त करें.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी के स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में ट्रू-कॉलर के नाम पर 1 लाख रुपए की ठगी करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। परिवादी गजेंद्र सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ट्रू-कॉलर पर उनके नाम की जगह किसी अन्य व्यक्ति का नाम शो होता है और उसे ही सही करने के लिए उन्होंने गूगल पर ट्रू-कॉलर के कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। इसके बाद परिवादी ने गूगल पर सर्च किए गए नंबर पर संपर्क साधा तो उसे ट्रू-कॉलर पर अपना नाम शो करने के लिए 10 रुपए चार्ज करने की बात कही गई।


Body:वीओ- इसके बाद परिवादी को एक एप उसके मोबाइल पर डाउनलोड करने को कही गई। इस प्रकार से ठगों ने परिवादी के मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाई और फिर उसे एक लिंक भेज लिंक पर क्लिक कर 10 रुपए का पेमेंट करने को कहा गया। जैसी परिवादी ने लिंक पर क्लिक किया उसके कुछ देर बाद ही उसके खाते से एक लाख रुपए कट गए। इसके बाद परिवादी ने ठगी का शिकार होने के बाद स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में पहुंच प्रकरण दर्ज करवाया। प्रकरण दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है। वहीं इसी के साथ पुलिस ने अपील भी की है कि यदि आपके पास इस तरह से कोई लिंक भेज कर पेमेंट करने के लिए कहा जाए तो ऐसा ना करें। इसके साथ ही अधिकृत वेबसाइट से ही कस्टमर केयर के नंबर प्राप्त करें।

बाइट- नेमीचंद, जांच अधिकारी- स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाना


Conclusion:
Last Updated : Sep 3, 2019, 7:10 PM IST
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