बीकानेर. कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर राज्य सरकार की ओर से 10 अनुशासन पखवाड़े में जारी संशोधित गाइडलाइन के मुताबिक सुबह 6 बजे से 11 बजे तक ही खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को अनुमति किए जाने के बाद सोमवार को सड़कों पर 11 बजे बाद सन्नाटा नजर आया और लॉकडाउन जैसा माहौल देखने को मिला. सुबह 11 बजे के बाद बेवजह सड़क पर निकलने वाले लोगों को लेकर पुलिस की सख्ती नजर आई और पुलिस उन्हें रास्ते में रोककर चालान काट कर जुर्माना वसूलती हुई दिखाई दी.
दरअसल, अनुशासन पखवाड़े के एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी लोग इसको लेकर गंभीर नजर नहीं आए और सड़कों पर बेवजह आवाज आती होती नजर आ रही थी. लेकिन वीकेंड कर्फ्यू के साथ ही सोमवार से राज्य सरकार की ओर से संशोधित गाइडलाइन के बाद पुलिस की ओर से सख्ती नजर आई. हालांकि, बीकानेर में सख्ती को लेकर एक दिन पहले बीकानेर जिला पुलिस अधीक्षक का सोशल मीडिया पर वायरल हुआ एक ऑडियो भी इसका कारण रहा.
यह भी पढ़ें: बेजवह घूमे तो नपना तय, कोरोना गाइडलाइन की पालना को लेकर भरतपुर पुलिस सख्त
इस ऑडियो में एसपी प्रीति चंद्रा सभी थानाधिकारियों को सड़क पर बेवजह निकल रहे लोगों के खिलाफ सख्ती बरतने की हिदायत दे रही थी और नहीं मानने वालों लोगों को खिलाफ चालान काटने की भी बात कही गई थी. कुल मिलाकर सोमवार को बीकानेर में सुबह 11 बजे के बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही नहीं होने से कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार की ओर से लगाए गए जन अनुशासन पखवाड़े का उद्देश्य भी नजर आ रहा था.