बीकानेर. केंद्र सरकार की ओर से अमृत जल योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत बीकानेर में पेयजल समस्याओं के निवारण हेतु चल रहे कार्यों में अनियमितता की शिकायत सामने आई है. इसके विरोध में वार्ड संख्या 36 के लोगों ने जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता और सहायक अभियंता को घेरकर उनपर सारा बिल फाड़ा.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही पार्षद कमल कंवर ने बताया कि वार्ड में पिछले 3 सालों से अमृत जल योजना के नाम पर वार्ड की सभी सड़कें खोदी दी गई हैं. इसके बावजूद वार्ड में अभी तक कहीं भी पाइपलाइन नहीं डाली गई है और न ही वार्डवासियों के घरों में पानी का कनेक्शन पहुंचाया गया है. पार्षद का कहना है कि जगह-जगह गड्डे होने के कारण आमजन, राहगीर, बच्चे और बुजुर्ग आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं. साथ ही बारिश की वजह से सड़के कीचड़ से लबालब हो जाती हैं.
पार्षद ने बताया कि इसकी शिकायत मोहल्ला वासियों ने जिला कलेक्टर से की थी. इसके बाद अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल एक्सईएन और निविदा कार्य कर रही फर्म का ठेकेदार को कलेक्टर की ओर से भेजा गया. मौके पर पहुंचे लोगों को वार्ड में अधूरे पड़े कार्यों को दिखाया गया.
यह भी पढे़ं- SOG मुख्यालय ने जारी किया डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम के 15 दिनों का रिपोर्ट कार्ड
विरोध करते वार्ड वासियों का कहना है कि अगर जल्द सड़का का कार्य पूरा नहीं किया गया, तो विभाग के कार्यालय के आगे धरना दिया जाएगा और उग्र आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि छोटे शहरों और कस्बो में भी मूलभूत आवश्यकताओं से जुड़ी पेयजल, बिजली, परिवहन इत्यादि की सुविधाएं 'अमृत योजना' के माध्यम से लोगों को दी जा रही है.