बीकानेर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को प्रदेश में इंदिरा रसोई की शुरुआत जयपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की. बीकानेर जिले में पांच स्थानों पर इंदिरा रसोई की शुरुआत की गई है.
बीकानेर के सेटेलाइट जिला अस्पताल में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, विधायक गोविंद मेघवाल, संभागी आयुक्त बीएल मेहरा और जिला कलेक्टर नमित मेहता के साथ ही जिले के अधिकारी भी इंदिरा रसोई की शुरुआत में मौजूद रहे. इंदिरा रसोई में पहले दिन बीकानेर नगर निगम की महापौर ने अपनी पुत्री के जन्म के मौके पर पहले दिन का खाना प्रायोजित किया.
मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि पहले अन्नपूर्णा योजना चल रही थी, लेकिन उसमें बिठाकर खाना खिलाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. अब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर राज्य सरकार ने इस योजना की शुरूआत की है. इस योजना के तहत वंचित गरीब जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा और यहां बिठाकर उन्हें अच्छा भोजन खिलाया जाएगा. मंत्री भाटी ने कहा कि खुद हमने भी आज इस भोजन का स्वाद लिया है जो की गुणवत्ता युक्त है. वहीं जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि इसके संचालन में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो. इसके लिए आरएएस स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है.
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भोजन की गुणवत्ता को लेकर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि समय-समय पर इसमें बदलाव किया जाएगा और आम लोगों के साथ ही हर व्यक्ति को लेकर सुझाव भी लेकर कमी को दूर करने की बात कही. संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है और उसकी बेहतर संचालन को लेकर मिलने वाले हर सुझाव पर काम किया जाएगा.
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करीब 35 दिन तक बाड़ेबंदी के दौरान होटल में रहने वाले विधायक गोविंद मेघवाल ने कहा कि होटल में लोकतंत्र को बचाने के लिए हम लोग इकट्ठा हुए थे. क्योंकि केंद्र की सरकार और भाजपा प्रदेश में चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे थे. वहीं, इंदिरा रसोई की शुरुआत को लेकर उन्होंने कहा कि निःशुल्क दवा योजना भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुरू की थी.