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बीकानेर : केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में लामबंद हुए श्रमिक संगठन... - राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें

केंद्र सरकार की श्रमिक नीतियों के विरोध में गुरुवार को बीकानेर में श्रमिक संगठनों ने एक बैनर तले आकर हड़ताल पर रहे. इस दौरान श्रमिकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया.

Workers Against Labor Policies, Protest of Labor Organizations in Bikaner
केंद्र सरकार की श्रमिक नीतियों के विरोध में लामबंद हुए श्रमिक संगठन
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Published : Nov 26, 2020, 9:57 PM IST

बीकानेर. केंद्र सरकार की श्रमिक नीतियों के विरोध में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत श्रमिक संगठनों ने गुरुवार को बीकानेर में भी विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही हड़ताल पर रहे. इस दौरान सभी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि एक मंच पर नजर आए और जिला कलेक्ट्रेट पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. बाद में जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.

श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार कॉर्पोरेट घरानों के लिए काम कर रही है और श्रमिकों के हितों का हनन कर रही है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के कल्याण को लेकर योजनाएं बनाने की बजाय सरकार श्रमिक विरोधी बन रही है और श्रमिकों की लंबित मांगों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

पढ़ें- जोधपुर: 17 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे केंद्रीय कर्मचारी, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी

बीएसएनएल एंप्लॉइज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह गोहिल ने कहा कि हम बीच की दूरी है, लेकिन केंद्र सरकार हमारे हितों का हनन कर रही है. दूसरी ओर सीएए जैसे कानून लाकर शरणार्थियों को देश में बताकर उनके मौलिक अधिकारों को देने की बात करती है, लेकिन हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि हम भारत देश के नहीं, बल्कि किसी दूसरे देश के नागरिक हैं.

श्रमिक संगठनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत बुलाई गई हड़ताल के तहत गुरुवार को बीकानेर में भी केंद्र सरकार के उपक्रमों में कर्मचारी हड़ताल पर रहे और सरकार के खिलाफ रोष जताया.

बीकानेर. केंद्र सरकार की श्रमिक नीतियों के विरोध में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत श्रमिक संगठनों ने गुरुवार को बीकानेर में भी विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही हड़ताल पर रहे. इस दौरान सभी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि एक मंच पर नजर आए और जिला कलेक्ट्रेट पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. बाद में जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.

श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार कॉर्पोरेट घरानों के लिए काम कर रही है और श्रमिकों के हितों का हनन कर रही है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के कल्याण को लेकर योजनाएं बनाने की बजाय सरकार श्रमिक विरोधी बन रही है और श्रमिकों की लंबित मांगों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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बीएसएनएल एंप्लॉइज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह गोहिल ने कहा कि हम बीच की दूरी है, लेकिन केंद्र सरकार हमारे हितों का हनन कर रही है. दूसरी ओर सीएए जैसे कानून लाकर शरणार्थियों को देश में बताकर उनके मौलिक अधिकारों को देने की बात करती है, लेकिन हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि हम भारत देश के नहीं, बल्कि किसी दूसरे देश के नागरिक हैं.

श्रमिक संगठनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत बुलाई गई हड़ताल के तहत गुरुवार को बीकानेर में भी केंद्र सरकार के उपक्रमों में कर्मचारी हड़ताल पर रहे और सरकार के खिलाफ रोष जताया.

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