बीकानेर. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त उपाध्यक्ष और खाजूवाला से विधायक गोविंद मेघवाल शनिवार को नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार बीकानेर पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिले में कांग्रेस की मजबूती के लिए काम किया जाएगा. वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि साल 2024 में बीकानेर लोकसभा सीट पर फिर से कांग्रेस का कब्जा हो, इसको लेकर जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को साथ लेकर काम किया जाएगा, इस दौरान उन्होंने कहा कि साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अधिक से अधिक सीटें जीते, इसको लेकर भी उनका प्रयास रहेगा.
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जिले में कांग्रेस में गुटबाजी होने के सवाल को खारिज करते हुए गोविंद मेघवाल ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. ये मीडिया की उपज है. सब पार्टी के मंच पर एक हैं. खुद को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष बनाने पर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ये पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व और मुख्यमंत्री ने उन पर भरोसा जताया है और आगे भी पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे वो निभाएंगे. वहीं, दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हर वक्त तैयार हैं और शाहजहांपुर बॉर्डर पर 3 दिन किसानों के धरने में वह जाकर आए हैं. आने वाले समय में फिर से दिल्ली में धरने में रहकर किसानों के साथ खड़े नजर आएंगे.
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बता दें कि पिछले दिनों सुजानगढ़ से विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री रहे मास्टर भंवरलाल के निधन के बाद बीकानेर संभाग में दलित नेता के तौर पर कांग्रेस को एक बड़े चेहरे की जरूरत थी और खाजूवाला से कांग्रेस विधायक गोविंद मेघवाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने दलित वोटों को साधने का प्रयास किया है. इसके साथ ही जिला प्रमुख में गोविंद मेघवाल की पुत्री सरिता चौहान की दावेदारी होने के बावजूद भी जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल को बनाया गया है, जो कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की पसंद माने जाते हैं.
ऐसे में कहीं ना कहीं प्रदेश कांग्रेस में गोविंद मेघवाल को एडजस्ट कर आलाकमान ने संतुलन साधने का प्रयास किया है. हालांकि, इन सब सवालों से बचते हुए गोविंद मेघवाल ने सीधे कोई जवाब नहीं दिया. गोविंद ने कहा कि जब पार्टी ने कोई निर्णय किया, चाहे वो सही हो या गलत, लेकिन सब उसे मानने के लिए बाध्य हैं. लेकिन, इतना जरूर कहा कि पहले तीन बार लगातार भाजपा बीकानेर लोकसभा सीट पर काबिज हुई है. लेकिन, इससे पहले लगातार यह सीट कांग्रेस के पास रही है. ऐसे में इस बार उनका प्रयास रहेगा कि वो बीकानेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का परचम लहराने में अपना योगदान दें.