बीकानेर. स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए राजस्थान राज्य अभिलेखागार ने नई पहल की है. देखिये यह खास रिपोर्ट...
अभिलेखागार में एक नई पहल करते हुए अब स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में और संग्राम से जुड़े कितनों को आमजन तक सीधा पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. अभिलेखागार के सोशल पेज पर सप्ताह में दो बार आजादी के आंदोलन से जुड़े प्रमाणिक दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएंगे.
दरअसल किसी स्वतंत्रता सेनानी और स्वतंत्रता संग्राम बारे में जानकारी तो मिल जाती है लेकिन उसकी प्रमाणिकता को लेकर संदेह बना रहता है. ऐसे में राजस्थान राज्य अभिलेखागार ने अपने खुद के स्तर पर इन जानकारियों को साझा करने की पहल की है. ताकि उनकी प्रमाणिकता को लेकर किसी तरह का कोई संदेह नहीं रहे और वास्तविक जानकारी आम लोगों तक पहुंच सके.
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राजस्थान राज्य अभिलेखागार में संरक्षित अभिलेखों और दस्तावेजों के साथ ही संग्रहित की गई जानकारियों के आधार पर अभिलेखागार हर सप्ताह दो स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े महत्वपूर्ण घटनाक्रम को जारी करेगा. ताकि आम लोग आजादी के आंदोलन से रूबरू हो सकें.
अभिलेखागार के निदेशक डॉ महेंद्र खडगावत बताते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम और उससे जुड़े महत्वपूर्ण घटनाक्रम और स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में कई बार कुछ मंत्रियों के आधार पर जानकारी प्रसारित कर दी जाती है.
उन्होंने कहा कि यह जानकारी वास्तविक रूप से सही नहीं होती है और ऐसे में जब अभिलेखागार में सब तरह की जानकारी सुरक्षित और उपलब्ध हैं, तो यह नवाचार करने की इच्छा हुई और इसे अब लगातार किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि इन जानकारियों में कुछ जानकारियां ऐसी भी होंगी जो आज तक कहीं भी प्रकाशित नहीं हुई हैं. दरअसल बीकानेर की राजस्थान राज्य अभिलेखागार में प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों के साथ ही देश के महत्वपूर्ण स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी उपलब्ध है. साथ ही पिछले सालों में अभिलेखागार के स्तर पर डिजिटलाइजेशन के जरिए इन स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी उनकी खुद की जुबानी में रिकॉर्ड कर संग्रहित की गई है.
अभिलेखागार में यह महत्वपूर्ण सामग्री आम लोगों के लिए प्रस्तुत और प्रदर्शित भी की गई है. निदेशक डॉ महेंद्र खडगावत कहते हैं कि शोधार्थियों के लिए यह जानकारियां काफी महत्वपूर्ण है और रिसर्च स्कॉलर को इससे काफी फायदा हो रहा है.