बीकानेर. बीकानेर पुलिस की स्पेशल टीम ने एक अपराधिक प्रवृति के शख्स को गिरफ्तार (Extortion On Lawrence Name) किया है. इस पर रंगदारी और फायरिंग का आरोप था. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बदमाश ने लॉरेंस विश्नोई के नाम पर एक करोड़ की रंगदारी मांगी (Bikaner Police Catches Miscreant) थी. आरोपी को डीएसटी और पूगल पुलिस संयुक्त अभियान चला धर दबोचा. आरोपी सुरेंद्र उर्फ धोलू को हरियाणा के तारानगर से डीएसटी ने पकड़ा है.
1 करोड़ की रंगदारी और फायरिंग: 14 मई 2022 को पूगल थाना क्षेत्र के राणीसर निवासी व्यापारी जयप्रकाश जाट से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. जयप्रकाश पूगल में बिल्डिंग मैटेरियल का काम करते हैं. डीएसटी प्रभारी महेंद्रदत्त शर्मा ने बताया कि आरोपी ने व्यापारी जयप्रकाश को पैसा न देने पर जान से मारने की धमकी दी. कई बार वाट्सएप कॉल किए गए. जब व्यापारी ने रंगदारी के एक करोड़ रुपए नहीं दिए तो मोटरसाइकिल पर आए तीन बदमाशों ने उसके घर पर फायरिंग कर दी. फायरिंग के बाद तीनों भाग गए.
और पुलिस में हुआ मामला दर्ज: जयप्रकाश ने पूगल पुलिस को सूचना दी. घटना के बाद तीनों की पहचान आंबासर निवासी आलोक सिंह, प्रताप बस्ती निवासी विरेंद्र सिंह और रामपुरा बस्ती निवासी हिम्मत सिंह के रूप में हुई. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने 001 नाम से एक नया गैंग बनाया है. पता चला कि सरगना हरियाणा का सुरेंद्र उर्फ धोलू है. उसके कहने पर ही तीनों ने व्यापारी के घर फायरिंग की. घटना में धोलू का नाम आने पर पुलिस ने एक हजार रुपए का इनाम घोषित कर (Bikaner Special Team Catches Crook ) दिया. इसके बाद से ही डीएसटी और पुलिस टीमें उसकी लगातार तलाश कर रही थीं और शुक्रवार को सूचना मिलने पर उसे तारानगर से दबोच लिया गया. बदमाश अपने एक मित्र के घर रुका हुआ था.
पकड़ा गया आरोपी धोलू पहली बार किसी अपराध में शामिल नहीं हुआ है बल्कि वो कई मामलों में नामजद आरोपी है. पुलिस के मुताबिक बीकानेर में ही आरोपी (Miscreant Demands 1 crore Extortion Money In Bikaner) नयाशहर थाना क्षेत्र के एक अन्य फायरिंग प्रकरण में वांछित है. पुलिस को उम्मीद है कि कई अन्य आपराधिक मामलों के खुलासे वो पूछताछ के दौरान कर सकता है.