भीलवाड़ा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया शनिवार को भीलवाड़ा के दौरे पर हैं. निकाय चुनाव और सहाड़ा विधानसभा के उपचुनाव को देखते हुए उन्होंने गंगापुर कस्बे में कार्यकर्ताओं की बैठक ली. पूनिया ने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने को कहा. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सतीश पूनिया ने उपचुनावों में किसे टिकट मिलेगा और पार्टी किन मुद्दों को जनता के बीच लेकर जाएगी इस पर बात की.
कांग्रेस के खिलाफ जबरदस्त जन आक्रोश
सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार को 26 महीने हो चुके हैं. इस दौरान उन्होंने कोई काम नहीं किया, इसलिए जबरदस्त जन आक्रोश सरकार के खिलाफ है. जो पंचायत चुनावों में देखने को मिला. निकाय चुनाव और उसके थोड़े दिन बाद होने वाले विधानसभा उपचुनावों में पार्टी किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी, इस सवाल पर पूनिया ने कहा कि प्रदेश के किसानों की कर्जा माफी पहला मुद्दा है. राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों के समय वादा किया था कि 10 दिन में कर्जा माफ कर देंगे लेकिन राजस्थान के 59 हजार किसान 99 हजार करोड़ के कर्ज की माफी का इंतजार कर रहे हैं.
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बेरोजगारी बेशुमार
सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत राज में बेरोजगारी काफी बढ़ गई है. प्रदेश में बेरोजगारी की दर 28 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है जो राष्ट्रीय बेरोजगारी दर से 4 प्रतिशत ज्यादा है. कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. 5 लाख 80 हजार मुकदमें दर्ज हुए हैं. पूनिया ने कोरोना काल में प्रदेश सरकार की नाकामी को भी जनता के बीच ले जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग कोरोना से पीड़ित थे उस समय सरकार ने बिजली बिल माफ नहीं करके उनपर आर्थिक भार बढ़ाया.
उपचुनाव में किसे मिलेगा टिकट ?
उपचुनाव में भाजपा किसे टिकट देने वाली है, इस सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव युद्ध के जैसा है. जिसमें कोशिश है कि जीतने वाले घोड़े पर दांव लगाया जाए. हमारी भी कोशिश यही रहेगी कि हमारा उम्मीदवार जिताऊ हो साथ ही कार्यकर्ताओं की नजर में पार्टी का समर्थित व्यक्ति हो. पूनिया ने कहा कि उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी को जबरदस्त एंटी इनकम्बैंसी का सामना करना पड़ेगा और भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और चारों विधानसभाओं में भाजपा का परचम लहराएगा.
बड़े नेताओं की चुनाव मैदान में अनुपस्थिति पर क्या बोले पूनिया
प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं के चुनावों में नजर नहीं आने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि सबकी अपनी-अपनी सीमा, मर्यादा और फितरत है. मैं पार्टी का जमीनी कार्यकर्ता हूं. दरी बिछाने से मैंने शुरुआत की थी और मैं यह मानता हूं कि मेरा भले ही टाइटल बदला है लेकिन काम नहीं बदला है. इसलिए मेरी कोशिश है कि मुखिया के नाते मैं सर्वश्रेष्ठ कार्य करूं.