भीलवाड़ा. जिले के करेड़ा क्षेत्र में संचालित ग्रेनाइट खदान के मलबे में दो पैंथर शावक अठखेलियां करते देखे गए. करेड़ा तहसील के आसपास चिताबा, गोवर्धनपुरा, सुलिया क्षेत्र में लगभग 3 दर्जन से अधिक ग्रेनाइट की खदाने हैं. इन खदानों के पास ही इनसे निकलने वाला वेस्ट मलवा डाला जाता है. जहां इस बार इस वेस्ट पड़े पत्थरों के मलवे में दो पैंथर शावक अठखेलियां करते देखे गए.
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ग्रेनाइट की खदान पर काम कर रहे मजदूरों को इसका पता चला तो अपने मोबाइल में इनके अठखेलियां करने का वीडियो बनाया. लोगों की आवाज सुनकर पैंथर वापस खदान के मलबे में बड़े-बड़े पत्थरों में छिप गए. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची, जिसके बाद वापस दोनों पैंथर नजर नहीं आए.
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भीलवाड़ा जिले के आसींद व करेड़ा क्षेत्र में काफी संख्या में ग्रेनाइट की खदानें हैं, जहां गर्मी की ऋतु में काफी संख्या में पैंथर विचरण करते देखे जाते हैं. कई बार तो ट्रेंकुलाइजर कर जंगलों मे छोड़ा गया था. लेकिन, वर्तमान में वापस पैंथर नजर आ रहे हैं, जिससे क्षेत्रवासियों को भी भय है. पानी की कमी की वजह से गर्मी व सर्दी की ऋतु में पैंथर जंगलों से निकल कर कभी-कभी गांव के पास पानी के लिए आ जाते हैं. जहां कभी-कभी जानवरों को भी निशाना बना लेते हैं.