भीलवाड़ा. प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत भीलवाड़ा से हुई थी. लेकिन, यहां कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण भी पा लिया गया था. वहीं, प्रवासी मजदूरों के भीलवाड़ा पहुंचने के कारण एक बार फिर लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिले में शनिवार शाम को 11 नए कोरोना मरीज मिलने के बाद आंकड़ा 111 पर पहुंच गया है.
प्रवासी मजदूरों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भीलवाड़ा जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग काफी सतर्कता बरत रहा है. भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजन नंदा ने कहा कि जिले में पहुंचे प्रवासी मजदूरों ने चिंता बढ़ा दी है. 11 नए कोरोना मरीजों में रायपुर के 6, करेड़ा के 4 और एक मांडल क्षेत्र का रहने वाला है. सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया जा रहा है. साथ ही और भी कोरोना मरीज मिलने की संभावना है.
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गौरतलब है कि प्रदेश में सबसे पहले भीलवाड़ा से कोरोना की शुरूआत हुई थी. 20 मार्च को यहां कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. लेकिन, जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की अथक मेहनत के कारण कोरोना पर लगाम लग गई थी. केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने भी तारीफ करते हुए भीलवाड़ा मॉडल को पूरे देश में लागू किया. लेकिन, हाल ही में यहां प्रवासियों के अपने घर लौटने के बाद फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं.
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साथ ही बता दें कि भीलवाड़ा जिले में कई प्रवासी मजदूरों के पहुंचने के बाद उनको होम क्वॉरेंटाइन किया गया है और उनके सैंपल लेकर भीलवाड़ा के राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच की जा रही है.