भीलवाड़ा. प्रदेश के मुख्य सचिव ने सोमवार को भीलवाड़ा जिला कलेक्टर से जिले में एनजीटी के मामले को लेकर वर्चुअल संवाद किया. इस दौरान मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने जिले के चावंडिया तालाब को सांभर झील की तरह डवलप करने के साथ ही बायोवेस्ट का सही निस्तारण करने के निर्देश दिए. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के पेंडिंग मामलों का जल्द निस्तारण करने को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते से वर्चुअल संवाद किया.
इस दौरान प्रदेश के मुख्य सचिव ने भीलवाड़ा जिले में एनजीटी के पेंडिंग मामलों सहित बायोमेडिकल बायोवेस्ट का प्रॉपर तरीके से निस्तारण, शहर में सीवरेज लाइन, प्लास्टिक वेस्ट और पर्यावरण संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही भीलवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र से प्रत्येक घरों से वेस्ट कचरे के निस्तारण के बारे में जानकारी लेते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह विराम लगना चाहिए.
वहीं शहर को स्वच्छ बनाने और पर्यावरण को शुद्ध रखने के निर्देश दिए. वर्चुअल संवाद के दौरान प्रदेश के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने भीलवाड़ा जिला कलेक्टर को जिले के चावंडिया तालाब जो प्रवासी पक्षियों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है उस तालाब को सांभर झील की तरह डेवेलप करने का मॉडल बनाने के निर्देश दिए. जिससे ये चावडिया तालाब जो प्रवासी पक्षियों के लिए पहचाना जाता है वो पूरे देश में सांभर झील की तरह प्रसिद्ध हो सके.
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अब देखना ये होगा कि प्रदेश के मुख्य सचिव निरंजन आर्य के निर्देश के बाद भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शहर में बायोवेस्ट के प्रॉपर तरीके से निस्तारण के लिए नगर परिषद को क्या निर्देश देते हैं जिससे भीलवाड़ा जिले का पर्यावरण शुद्ध रह सके.