भरतपुर. दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी परेशानी बाधक नहीं बन सकती. सीमा सुरक्षा बल में रहकर देश सेवा करने वाले भरतपुर के जवान विजय सिंह कुंतल ने यह साबित कर दिया है. एक हाथ से दिव्यांग विजय सिंह कुंतल ने सीधा हाथ फ्रैक्चर होने के बावजूद बाएं हाथ से करीब 400 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए दिल्ली के डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित दूसरी नेशनल पैराशूटिंग चैंपियनशिप में तीन पदक जीत (Kuntal won 3 medals in Para Shooting Championship) लिए.
दिल्ली के डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 21 से 25 मार्च तक दूसरी नेशनल पैराशूटिंग चैंपियनशिप आयोजित हुई. चैंपियनशिप में देश भर से 400 से अधिक पैरा खिलाड़ियों ने भाग लिया. इसमें भरतपुर के गुनसारा गांव निवासी बीएसएफ जवान विजय सिंह कुंतल ने 50 मीटर 22 राइफल प्रोन पोजिशन में एक सिल्वर मेडल, 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग और प्रोन पोजिशन में दो कांस्य पदक जीते हैं. कुंतल ने बताया कि अब उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने का लक्ष्य है. वो अब अंतरराष्ट्रीय गेम्स की तैयारी में जुटेंगे. कुंतल ने वर्ष 2021 में भी पहली नेशनल पैराशूटिंग चैंपियनशिप में एक कांस्य पदक जीता था.
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कुंतल ने बताया कि वर्ष 2014 में 165 बीएन बीएसएफ मथुरा में कार्यरत थे. उनकी पूरी बटालियन उत्तर प्रदेश में चुनाव कराने गई थी. चुनाव पूर्ण होने के बाद वे अपने साथियों के साथ सरकारी वाहन से वापस मथुरा लौट रहे थे. इसी दौरान एक ट्रक ने सरकारी वाहन को टक्कर मार दी और वाहन पलट गया, जिसमें कुंतल समेत चार जवान दब गए और बुरी तरह से घायल हो गए. कुंतल के दाहिने हाथ में बुरी तरह से फैक्चर हो गया. काफी उपचार और प्रयासों के बावजूद दाहिना हाथ सामान्य नहीं हो पाया. लेकिन कुंतल ने हिम्मत नहीं हारी और अपने बाएं हाथ से सभी दैनिक कार्य करने के साथ ही शूटिंग की प्रैक्टिस शुरू की. ये उनके हौसले का ही परिणाम है कि लगातार दूसरे वर्ष भी विजय सिंह ने नेशनल चैंपियनशिप में पदक जीते हैं.