भरतपुर. राज्य में दिन पर प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार ने अनलॉक 3 भी लागू कर दिया है. जिसको लेकर गाइडलाइंस में काफी चीजों के लिए ढील दी गई है. ट्रांसपोर्ट भी शुरू कर दिया गया है. जिसमें गाइडलाइन के अनुसार एक बस में 47 सवारियों को बिठाने की अनुमति दी गई है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो सके.
लेकिन भरतपुर जिले में रोडवेज चालक सभी गाइडलाइन को ताक पर रखे हुए है और बसों में सवारियों को ठूस-ठूस कर ले जा रहे हैं. रोडवेज बस स्टैंड से रविवार को धौलपुर के लिए एक बस रवाना हुई. जिसमें करीब 60 से ऊपर सवारियां भरी हुई थी. जबकि बस में 47 सवारियों को बैठाने की अनुमति है और परिचालक को सिर्फ 47 टिकट काटने की अनुमति है. उसके बावजूद भी रोडवेज की मिलीभगत के चलते गैर कानूनी रूप से बसों में सवारियों को भरकर ले जाया जा रहा है.
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वहीं इसके लेकर जब परिचालक से बात की तो उसने बस में ज्यादा क्षमता से अधिक सवारियां बैठे होने से साफ मना कर दिया और कहने लगे कि बस में मैंने सिर्फ 46 सवारियों के टिकट काटे हैं. इसके बारे में जब लोहागढ़ आगार के चीफ मैनेजर से बात की तो उन्होंने तुरंत धौलपुर डिपो के चीफ मैनेजर को बस चालक और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.