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भरतपुरः कोरोना से बचने के लिए PPE किट पहनकर काम कर रहे बिजली कर्मचारी

कोरोना के झटके से बचने के लिए अब बिजली कर्मचारी पीपीई किट पहनकर बिजली फाल्ट ठीक कर रहे हैं. इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से संपर्क कर कर्मचारियों के लिए 3 पीपीई किट उपलब्ध कराई गई है.

Power Employees Wearing PPE Kits, बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट
बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट
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Published : May 16, 2020, 6:42 PM IST

भरतपुर. कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान जहां चिकित्सक और चिकित्साकर्मी संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई किट पहन कर काम कर रहे हैं, वहीं लॉकडाउन के दौरान बिजली कर्मचारियों को भी हाई रिस्क जोन में मरम्मत का काम करना पड़ रहा है. ऐसे में बिजली कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मेडिकल कॉलेज ने तीन पीपीई किट उपलब्ध कराई गई है.

बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट

भरतपुर इलेक्ट्रिसिटी सर्विसेज लिमिटेड (बीईएसएल) के कर्मचारी अब हाई रिस्क जोन में पीपीई किट पहनकर बिजली फाल्ट ठीक कर रहे हैं. बीईएसएल के जनसंपर्क अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि भरतपुर शहर के हाई रिस्क जोन में बिजली फाल्ट होने पर टीम को काम के दौरान संक्रमण का खतरा सता रहा था.

पढ़ेंः राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर क्वॉरेंटाइन अनिवार्य नहीं: मुख्यमंत्री

ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से संपर्क कर कर्मचारियों के लिए 3 पीपीई किट उपलब्ध कराई गई हैं. अब कर्मचारी भरतपुर शहर के तिलक नगर, बिजली घर, बी नारायण गेट हाई रिस्क जोन में जाकर बिना डर के आसानी से फाल्ट ठीक करने का कार्य कर रहे हैं.

Power Employees Wearing PPE Kits, बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट
पीपीई किट पहन कर रहे काम

जनसंपर्क अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से कर्मचारियों के लिए 10 पीपीई किट मांगी हैं. उम्मीद है कि मेडिकल कॉलेज की ओर से जल्द ही 10 किट उपलब्ध करा दी जाएंगी. जिसके बाद पूरे भरतपुर शहर में अलग-अलग टीम बिना संक्रमण के भय के 24 घंटे कार्य कर सकेंगी.

पढ़ेंः गहलोत सरकार ने स्टाम्प ड्यूटी पर बढ़ाया सरचार्ज, नई प्रॉपर्टी खरीदने सहित अन्य कामों में बढ़ेगा खर्च

गौरतलब है कि भरतपुर जिले में अब तक कुल 123 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. इनमें से 3 मरीज भरतपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्र से हैं. बीईएसएल के कर्मचारियों को भी शहर के हाई रिस्क जोन में जाकर काम करना पड़ रहा है. ऐसे में कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट पहनकर कार्य कराने का निर्णय लिया है.

भरतपुर. कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान जहां चिकित्सक और चिकित्साकर्मी संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई किट पहन कर काम कर रहे हैं, वहीं लॉकडाउन के दौरान बिजली कर्मचारियों को भी हाई रिस्क जोन में मरम्मत का काम करना पड़ रहा है. ऐसे में बिजली कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मेडिकल कॉलेज ने तीन पीपीई किट उपलब्ध कराई गई है.

बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट

भरतपुर इलेक्ट्रिसिटी सर्विसेज लिमिटेड (बीईएसएल) के कर्मचारी अब हाई रिस्क जोन में पीपीई किट पहनकर बिजली फाल्ट ठीक कर रहे हैं. बीईएसएल के जनसंपर्क अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि भरतपुर शहर के हाई रिस्क जोन में बिजली फाल्ट होने पर टीम को काम के दौरान संक्रमण का खतरा सता रहा था.

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ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से संपर्क कर कर्मचारियों के लिए 3 पीपीई किट उपलब्ध कराई गई हैं. अब कर्मचारी भरतपुर शहर के तिलक नगर, बिजली घर, बी नारायण गेट हाई रिस्क जोन में जाकर बिना डर के आसानी से फाल्ट ठीक करने का कार्य कर रहे हैं.

Power Employees Wearing PPE Kits, बिजली कर्मचारी पहन रहे पीपीई किट
पीपीई किट पहन कर रहे काम

जनसंपर्क अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से कर्मचारियों के लिए 10 पीपीई किट मांगी हैं. उम्मीद है कि मेडिकल कॉलेज की ओर से जल्द ही 10 किट उपलब्ध करा दी जाएंगी. जिसके बाद पूरे भरतपुर शहर में अलग-अलग टीम बिना संक्रमण के भय के 24 घंटे कार्य कर सकेंगी.

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गौरतलब है कि भरतपुर जिले में अब तक कुल 123 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. इनमें से 3 मरीज भरतपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्र से हैं. बीईएसएल के कर्मचारियों को भी शहर के हाई रिस्क जोन में जाकर काम करना पड़ रहा है. ऐसे में कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट पहनकर कार्य कराने का निर्णय लिया है.

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