भरतपुर. जिले में सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह और डिप्टी सीएमएचओ मनीष चौधरी के APO करने के बाद डॉक्टर्स और सर्व समाज के लोग लगातार डॉ. कप्तान सिंह सोलंकी को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. गुरुवार को सर्व समाज के लोगों ने सीएमएचओ कार्यालय से जिला कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. साथ ही जिला कलेक्टर को सरकार के नाम एक ज्ञापन देकर जल्द ही उन्हें बहाल करने की मांग की.
डॉक्टर्स भी लगातार डॉ. कप्तान सिंह को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. विगत दिनों भी डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांध कर हॉस्पिटल के बाहर ओपीडी लगाई थी और राज्य सरकार से मांग की थी कि वह अपने आदेशों को वापस ले और जल्द ही डॉ. कप्तान सिंह को बहाल करें. सर्व समाज का कहना है कि डॉ. कप्तान सिंह ने कोरोना काल में लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दिन रात मेहनत की है, लेकिन राज्य सरकार ने बिना किसी कारणवश डॉ. कप्तान सिंह को उनके पद से हटा दिया है. डॉ. कप्तान सिंह के साथ विद्वेशतापूर्ण कार्रवाई की है, जिसे भरतपुर की जनता किसी भी कीमत ओर बर्दाश्त नहीं करेगी.
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दरअसल, डॉ. मनीष चौधरी की पत्नी डॉ. ऋतु अहलावत ऋग्वेद हॉस्पिटल चलाती हैं, जिसको लेकर CMHO कप्तान सिंह ने 16 अक्टूबर को डॉ. ऋतु अहलावत द्वारा उनके कार्यालय में उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों एवं वेतन भुगतान के प्रमाणीकरण के संबंध में नोटिस जारी कर दिया था. जिसके बाद डॉ. ऋतु अहलावत के पति डॉ. मनीष चौधरी ने सोशल मीडिया पर डॉ. कप्तान सिंह के नोटिस को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद गुरुवार शाम को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ग्रुप-2 विभाग एवं पंचायती राज (चिकित्सा) विभाग के शासन उप सचिव संजय कुमार ने सीएमएचओ और डिप्टी सीएमएचओ को एपीओ कर दिया.