भरतपुर. जिले के नगर कस्बे में दलित समाज के लोगों ने चोरी हुई सबमर्सिबल की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने और इस मामले में राजीनामे को लेकर थाने पहुंचे लोगों पर कुछ पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है.
लोगों का कहना है कि तीन-चार दिन पहले जाटव मौहल्ले में कुछ असामाजिक तत्वों ने सबमर्सिबल उखाड़कर फेंक दिया था. उनका कहना है कि इस मामले में नामजद लोगों के खिलाफ शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.
पूर्व पार्षद ओमप्रकाश जाटव ने बताया कि मामले में राजीनामे के लिए थाने में आए. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां आने के बाद लांगरी के साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों ने दो जनों के साथ मारपीट कर दी. उन्होंने पुलिस पर और भी कई गंभीर आरोप लगाए. इस दौरान समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की.
वहीं इस मामले में थानाधिकारी कैलाश चंद मीणा ने कहा कि जाटव मौहल्ला में बोरिंग को लेकर दो पक्षों में आपस में मनमुटाव था. बुधवार को इस मामले में राजीनामे की पंचायत होनी थी. उन्होंने कहा कि जाटव मौहल्ले में दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था. इसके बाद जब दोनों पार्टी थाने पर आ रही थी तो तहसील परिसर में फिर से झगड़ा हो गया. इस पर पुलिस जाप्ता भेजकर मामले में 7 जनों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है.
बता दें कि उन्होंने पुलिसकर्मियों की ओर से मारपीट करने की बात से इनकार करते हुए कहा कि जिस आदमी के साथ मारपीट का मामला बता रहे हैं. वह शांतिभंग में गिरफ्तार है, वह बता रहा है कि उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई है. आपको बता दें कि करीब 5 दिन पहले जाटव समाज की धर्मशाला पर समर्सिबल को चोरी करने और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर,बुद्ध की मूर्ति तोड़ने को लेकर विवाद के चलते मामला थाने तक जा पहुंचा. इस पर पुलिस ने जाप्ता भी तैनात किया था.