भरतपुर. प्रदूषित खानपान, अनियमित दिनचर्या और धूम्रपान जिले के लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी से ग्रसित कर रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो बीते डेढ़ साल में जिले भर में करीब 334 नए कैंसर मरीज सामने आए हैं.
सर्वाधिक मरीज तंबाकू, गुटखा, सिगरेट और शराब के सेवन की वजह से गला व मुंह के कैंसर के हैं. कैंसर जागरूकता सप्ताह के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले भर में स्वास्थ्य शिविर लगाकर ऐसे मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है.
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भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल की जिला नोडल कैंसर अधिकारी डॉ. ज्योति कुमारी ने बताया कि यहां पर जून 2018 में कैंसर केयर यूनिट की शुरुआत हुई थी।. तब से अब तक कुल 1483 मरीज ओपीडी में कैंसर जांच के लिए आ चुके हैं. जिनमें से अब तक 334 नए कैंसर रोगी सामने आए हैं. वहीं ओपीडी में जांच कराने पहुंचे 1483 मरीज.
पत्थर व्यवसाय दे रहा फेफड़ों का कैंसर...
डॉ. ज्योति कुमारी ने बताया जिले में कई क्षेत्रों के लोग पत्थर व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, जिसकी वजह से यह लोग सिलिकोसिस बीमारी के साथ ही फेफड़ों के कैंसर की चपेट में भी आ रहे हैं. इनमें फेफड़ों के कैंसर के सर्वाधिक मरीज जिले के रूपवास, रुदावल, बयाना और भुसावर क्षेत्र के सामने आते हैं.
ये है अलग- अलग तरह के कैंसर का आंकड़े...
- गला मुंह के कैंसर के 101 मरीज
- स्तन कैंसर के 39 मरीज
- फेफड़ा कैंसर के 31 मरीज
- गर्भाशय कैंसर की 15 मरीज
- 143 मरीज अन्य प्रकार के कैंसर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि आरबीएम जिला अस्पताल समेत जिले भर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कैंसर जागरूकता सप्ताह के तहत मरीजों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. इसके लिए सभी जगह पर स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किए जा रहे हैं.