भरतपुर. जिले के कामां कस्बे में किसानों के साथ मंडी समिति की मिलीभगत से ठगी हो रही है. कामां कृषि उपज मंडी समिति में किसानों के साथ सरसों की ऑयल परसेंटेज निकालने के नाम पर धोखा किया जा रहा है. ऑयल परसेंटेज निकालने की मशीन मौजूद होने के बाद भी निजी लैब से किसानों की आयल परसेंटेज निकलवाई जा रही है. जिसके पास लैब संचालन करने के लिए निर्धारित लाइसेंस भी नहीं है. जहां किसानों के प्रति सैंपल 50 रुपये और करीब 1 किलो सरसों ली जा रही है.
जबकि मंडी समिति में निशुल्क सरसों की परसेंटेज निकाली जाती है. लेकिन, फिर भी मंडी समिति और आढ़तियों की सांठगांठ के चलते किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है. इसका खुलासा ऐसे हुआ की जब निजी लैब पर एक ही सरसों के दो सैंपल लेकर किसान पहुंच गया. जहां दोनों सैंपलों की अलग-अलग परसेंटेज मिलने पर किसान हक्का-बक्का रह गया. जिसके बाद लैब संचालक से पूछा कि दोनों सैंपल एक ही सरसों की डेयरी के हैं आप परसेंटेज अलग-अलग क्यों निकाल रहे हो तो लैब संचालक किसान के साथ अभद्र भाषा करने तक पर उतारू हो गया जिसके बाद किसान ने उपखंड अधिकारी को शिकायत कर मामले से अवगत कराया.
कामां मंडी समिति में धरती पुत्र किसान के साथ धोखाधड़ी का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. जहां भोले वाले किसानों को मंडी समिति व आढ़तियों की सांठगांठ के चलते ठगी का शिकार होना पड़ रहा है. गत दिनों उपखंड अधिकारी रामकिशोर मीणा ने मंडी के निरीक्षण के दौरान किसानों ने निजी लैब संचालक की मनमानी की शिकायत की थी. जिस पर मंडी समिति ने उपखंड अधिकारी के निर्देश पर लैब संचालक को नोटिस जारी किया गया था. लेकिन, उसके बाद भी लैब संचालक के हौसले बुलंद हैं और नोटिस के बावजूद धड़ल्ले से लैब का संचालन कर रहा है. जबकि लैब संचालक के पास कोई भी निर्धारित लाइसेंस नहीं है. उसके बाद भी मिलीभगत के चलते मंडी समिति उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जो मंडी समिति पर सवालिया निशान खड़े कर रही है.