भरतपुर. मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 में मकान हड़पने व धोखाधड़ी के मामले में पहली पत्नी व दो बेटी और दामाद को पेश किया गया. जहां कोर्ट ने सभी को 27 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.
पहली पत्नी ने दूसरी की प्रॉपर्टी हड़पने को बनाया प्लान, खुली पोल तो पहुंचे जेल
झूठ बोलकर शादी करने के मामलों में धोखाधड़ी का एक नया मामला भरतपुर में सामने आया. जहां पहली पत्नी ने दोनों बेटियां और दामाद के साथ प्लान बनाया. पिता की दूसरी पत्नी की सारी प्रोपर्टी हड़पने को लेकर यह सारा झूठ बोला गया.
पहली पत्नी ने दूसरी पत्नी की प्रॉपर्टी हड़पने को बनाया प्लान
भरतपुर. मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 में मकान हड़पने व धोखाधड़ी के मामले में पहली पत्नी व दो बेटी और दामाद को पेश किया गया. जहां कोर्ट ने सभी को 27 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.
वहीं दो साल बाद राजकुमारी ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. बच्चों के नामकरण संस्कार का कार्यक्रम बड़े जोर शोर से मनाया गया. इस कार्यक्रम में विजय पाल सिंह की पहली पत्नी अपनी दोनों बेटियों को लेकर सम्मिलित हुई, लेकिन इसी कार्यक्रम के दौरान राजकुमारी को पता लगा की विजय पाल सिंह विधुर नहीं है बल्कि उसकी पहली शादी हो चुकी है और उसके दो बेटियां भी हैं.
सारी बातें सामने आ गईं, लेकिन कुछ समय बाद विजय पाल की तबीयत खराब होने लगी और साल 2015 में उसकी मौत हो गई. विजय पाल की मौत के बाद उसकी पहली पत्नी, दोनों बेटियों और उसके दामाद ने एक प्लान बनाया और राजकुमारी का मकान नकली दस्तावेज बनाकर हड़प लिया. लेकिन राजकुमारी भी अपने पति को मकान आसानी से कहां देने वाली थी, उसने कानून का दरवाजा खटखटाया और सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
वहीं दो साल बाद राजकुमारी ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. बच्चों के नामकरण संस्कार का कार्यक्रम बड़े जोर शोर से मनाया गया. इस कार्यक्रम में विजय पाल सिंह की पहली पत्नी अपनी दोनों बेटियों को लेकर सम्मिलित हुई, लेकिन इसी कार्यक्रम के दौरान राजकुमारी को पता लगा की विजय पाल सिंह विधुर नहीं है बल्कि उसकी पहली शादी हो चुकी है और उसके दो बेटियां भी हैं.
सारी बातें सामने आ गईं, लेकिन कुछ समय बाद विजय पाल की तबीयत खराब होने लगी और साल 2015 में उसकी मौत हो गई. विजय पाल की मौत के बाद उसकी पहली पत्नी, दोनों बेटियों और उसके दामाद ने एक प्लान बनाया और राजकुमारी का मकान नकली दस्तावेज बनाकर हड़प लिया. लेकिन राजकुमारी भी अपने पति को मकान आसानी से कहां देने वाली थी, उसने कानून का दरवाजा खटखटाया और सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
Intro:भरतपुर
भरतपुर में आज मुख्यन्यायिक मजिस्टेट संख्या 2 में मकान हडपने व धोखाधडी के मामले में पहली पत्नि व दो बेटी और दामाद को पेश किया गया... जहां कोर्ट ने सभी को 27 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया...
दरसल बेटे की चाहत में एक 55 वर्षीय व्यक्ति विजय पाल सिंह जो की गाजियाबाद का रहने वाला था 02 मई 2009 को 18 साल की लड़की राजकुमारी से शादी कर ली... विजय पाल सिंह ने राजकुमारी से कहा की मेरी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है... इसके बाद विजय पाल सिंह और राजकुमारी दोनों हंसी खुशी रहने लगे... दो साल बाद राजकुमारी ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया बच्चों के नाम करणसंस्कार का कर्यक्रम बड़े जोर शोर से मनाया गया... इस कर्यक्रम में विजय पाल सिंह की पहली पत्नी अपनी दोनों बेटियों को लेकर सम्मिलित हुई... लेकिन इसी कर्यक्रम के दौरान राजकुमारी को पता लगा की विजय पाल सिंह विधुर नहीं है बल्कि उसकी पहली शादी हो चुकी है और उसके दो बेटियां भी है... तब सारे राज पूरी तरह पर्दा उठ गया... लेकिन कुछ समय बाद विजय पाल की तबियत खराब होने लगी... और साल 2015 में उसकी मौत हो गई... विजय पाल की मौत के बाद उसकी पहली पत्नी, दोनों बेटियों और उसके दमाद ने एक प्लान बनाया और राजकुमारी का मकान नकली दस्तावेज बनाकर हड़प लिया... लेकिन राजकुमारी भी अपने पति का मकान कहाँ आसानी से देने वाली थी उसने कानून का दरवाजा खटखटाया और सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया...
बाइट- मूल सिंह राणा, एडिशनल एसपी
Body:पहली पत्नी दोनों बेटियां और दामाद ने बनाया प्लान, अपने पिता की दूसरी पत्नी की हड़प ली सारी प्रोपर्टी
Conclusion:
भरतपुर में आज मुख्यन्यायिक मजिस्टेट संख्या 2 में मकान हडपने व धोखाधडी के मामले में पहली पत्नि व दो बेटी और दामाद को पेश किया गया... जहां कोर्ट ने सभी को 27 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया...
दरसल बेटे की चाहत में एक 55 वर्षीय व्यक्ति विजय पाल सिंह जो की गाजियाबाद का रहने वाला था 02 मई 2009 को 18 साल की लड़की राजकुमारी से शादी कर ली... विजय पाल सिंह ने राजकुमारी से कहा की मेरी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है... इसके बाद विजय पाल सिंह और राजकुमारी दोनों हंसी खुशी रहने लगे... दो साल बाद राजकुमारी ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया बच्चों के नाम करणसंस्कार का कर्यक्रम बड़े जोर शोर से मनाया गया... इस कर्यक्रम में विजय पाल सिंह की पहली पत्नी अपनी दोनों बेटियों को लेकर सम्मिलित हुई... लेकिन इसी कर्यक्रम के दौरान राजकुमारी को पता लगा की विजय पाल सिंह विधुर नहीं है बल्कि उसकी पहली शादी हो चुकी है और उसके दो बेटियां भी है... तब सारे राज पूरी तरह पर्दा उठ गया... लेकिन कुछ समय बाद विजय पाल की तबियत खराब होने लगी... और साल 2015 में उसकी मौत हो गई... विजय पाल की मौत के बाद उसकी पहली पत्नी, दोनों बेटियों और उसके दमाद ने एक प्लान बनाया और राजकुमारी का मकान नकली दस्तावेज बनाकर हड़प लिया... लेकिन राजकुमारी भी अपने पति का मकान कहाँ आसानी से देने वाली थी उसने कानून का दरवाजा खटखटाया और सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया...
बाइट- मूल सिंह राणा, एडिशनल एसपी
Body:पहली पत्नी दोनों बेटियां और दामाद ने बनाया प्लान, अपने पिता की दूसरी पत्नी की हड़प ली सारी प्रोपर्टी
Conclusion: