भरतपुर. नाबालिग से कुकर्म मामले में सोमवार को आरोपी जज जितेंद्र के न्यायालय के दो लिपिकों को भी निलंबित कर दिया गया है. ये दोनों आरोपी भी जज के साथ कुकर्म में शामिल थे.
वहीं प्रधानमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाने वाला पीड़ित परिवार सोमवार को भरतपुर छोड़कर उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले आगरा में पलायन कर गया. मामले की जांच करने के लिए दोपहर बाद जयपुर से विजिलेंस जनरल रजिस्ट्रार टीम के साथ भरतपुर पहुंचे.
दोनों आरोपी लिपिक निलंबित
कुकर्म मामले में सोमवार को विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भरतपुर में लिपिक ग्रेड द्वितीय राहुल कटारा और अंशुल सोनी को निलंबित कर दिया गया है. निलंबन के बाद राहुल कटारा को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नदबई एवं अंशुल सोनी को न्यायिक सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट रूपवास में उपस्थित होने के आदेश जारी किए गए हैं.
पीड़ित परिवार ने किया पलायन
सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पत्र भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाने वाला पीड़ित परिवार दोपहर को भरतपुर से पलायन कर गया. बताया जा रहा है कि परिवार ने सुरक्षा के लिहाज से उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले आगरा में किसी रिश्तेदार के यहां आसरा लिया है. सूचना यह भी है कि भरतपुर पुलिस की टीम पीड़ित परिवार को लेने के लिए उत्तर प्रदेश भी गई है.
वहीं पुलिस प्रशासन ने पीड़ित परिवार के 164 के बयान के लिए 2 नवंबर का सम्मन जारी किया है. नाबालिग के साथ जज और दो लिपिकों की ओर से कुकर्म करने के मामले की जांच करने सोमवार दोपहर को जयपुर से जनरल रजिस्ट्रार विजिलेंस और उनकी टीम भरतपुर पहुंचे. यहां पर टीम ने जिला न्यायाधीश, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक कर पूरे मामले के बारे में चर्चा की.
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मामले पर राजनीति गर्म
इस मामले की गूंज राजनीतिक गलियारों में भी है. भाजपा एक बार फिर राजस्थान में अपराध को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आक्षेप किया और कहा कि अब तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.