ETV Bharat / city

अस्पताल गेट पर प्रसव का मामलाः एंबुलेंस ड्राइवर निलंबित...डॉक्टर को नोटिस, दो ट्रॉली पुलर हटाए

भरतपुर के जनाना अस्पताल में बीते दिनों अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक महिला का प्रसव अस्पताल के गेट पर हो गया था. जिसके बाद शनिवार को चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने एक्शन लेते हुए रेजिडेंट और सीनियर रेजिडेंट को कारण बताओ नोटिस दिया है. इसके अलावा दो ट्रॉली पुलर को हटा दिया गया है. साथ ही एम्बुलेंस कर्मी को अग्रिम आदेश तक निलंबित करने के आदेश दिए है.

अस्पताल के गेट पर प्रसव, Delivery at the hospital gate
जनाना अस्पताल गेट पर बच्चे होने के मामले में जिम्मेदारों पर गिरी गाज
author img

By

Published : Sep 27, 2020, 6:40 PM IST

Updated : Sep 28, 2020, 9:01 AM IST

भरतपुर. शहर के जनाना अस्पताल में विगत दिनों अस्पताल के गेट पर हुए महिला के प्रसव के बाद चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने एक्शन लेते हुए रेजिडेंट अमृता चतुर्वेदी और सीनियर रेजिडेंट को कारण बताओ नोटिस दिया है. इसके अलावा दो ट्रॉली पुलर को लापरवाही बरतने पर हटा दिया गया है. साथ ही एम्बुलेंस कर्मी द्बारा प्रसूता के परिजनों से 500 रुपये मांगने पर एम्बुलेंस कर्मी को अग्रिम आदेश तक निलंबित करने के आदेश दिए है.

जनाना अस्पताल गेट पर बच्चे होने के मामले में जिम्मेदारों पर गिरी गाज

इस लापरवाही के बाद शनिवार देर शाम जिला कलेक्टर ने जनाना अस्पताल का दौरा किया और पीएमओ को आगे लापरवाही ना बरतने के निर्देश दिए. दूसरी तरफ महिला के प्रसव के दौरान जमीन पर नवजात गिरने के बाद नाबजात बच्चे की भी तबियत खराब हो गई. जिसके बाद उसके परिजन नवजात को लेकर जनाना अस्पताल पहुंचे. जहां उसे भर्ती किया गया.

दरअसल विगत दो दिन पहले जनाना अस्पताल के गेट पर अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक महिला का प्रसव अस्पताल के गेट पर हो गया था. जिसके बाद बच्चा जमीन पर गिर गया. इस पूरी घटना को एक युवक ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद राज्य चिकित्सा मंत्री ने मामले पर तुरंत एक्शन लेते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर डाली.

इस मामले के बाद जिला कलेक्टर ने भी शनिवार देर शाम जनाना अस्पताल का दौरा किया और पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशाशन को दिशा-निर्देश दिए. वहीं दूसरी तरफ नवजात की तबियत बिगड़ने के बाद नवजात की मां संगीता उसे लेकर जनाना अस्पताल पहुंची. बच्चे की बुखार की शिकायत होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती किया गया.

पढ़ेंः सस्ता सामान का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे लोगों को निशाना...जागरूक करने में जुटी पुलिस

संगीता ने बताया कि इस घटना के बाद उसे सुबह जल्दी ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. नावजात के कोई टीका तक नहीं लगाया गया. क्योंकि उसके पास आधार कार्ड नहीं था. लेकिन घर जाने के बाद नवजात को बुखार की शिकायत हो गई. जिसके बाद उसे डीग के अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन वहां से डॉक्टर्स ने उसे जनाना अस्पताल में रेफर कर दिया गया. वहीं नवजात का इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को बुखार की शिकायत है. जिसकी वजह से उसे भर्ती किया गया है.

भरतपुर. शहर के जनाना अस्पताल में विगत दिनों अस्पताल के गेट पर हुए महिला के प्रसव के बाद चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने एक्शन लेते हुए रेजिडेंट अमृता चतुर्वेदी और सीनियर रेजिडेंट को कारण बताओ नोटिस दिया है. इसके अलावा दो ट्रॉली पुलर को लापरवाही बरतने पर हटा दिया गया है. साथ ही एम्बुलेंस कर्मी द्बारा प्रसूता के परिजनों से 500 रुपये मांगने पर एम्बुलेंस कर्मी को अग्रिम आदेश तक निलंबित करने के आदेश दिए है.

जनाना अस्पताल गेट पर बच्चे होने के मामले में जिम्मेदारों पर गिरी गाज

इस लापरवाही के बाद शनिवार देर शाम जिला कलेक्टर ने जनाना अस्पताल का दौरा किया और पीएमओ को आगे लापरवाही ना बरतने के निर्देश दिए. दूसरी तरफ महिला के प्रसव के दौरान जमीन पर नवजात गिरने के बाद नाबजात बच्चे की भी तबियत खराब हो गई. जिसके बाद उसके परिजन नवजात को लेकर जनाना अस्पताल पहुंचे. जहां उसे भर्ती किया गया.

दरअसल विगत दो दिन पहले जनाना अस्पताल के गेट पर अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक महिला का प्रसव अस्पताल के गेट पर हो गया था. जिसके बाद बच्चा जमीन पर गिर गया. इस पूरी घटना को एक युवक ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद राज्य चिकित्सा मंत्री ने मामले पर तुरंत एक्शन लेते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर डाली.

इस मामले के बाद जिला कलेक्टर ने भी शनिवार देर शाम जनाना अस्पताल का दौरा किया और पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशाशन को दिशा-निर्देश दिए. वहीं दूसरी तरफ नवजात की तबियत बिगड़ने के बाद नवजात की मां संगीता उसे लेकर जनाना अस्पताल पहुंची. बच्चे की बुखार की शिकायत होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती किया गया.

पढ़ेंः सस्ता सामान का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे लोगों को निशाना...जागरूक करने में जुटी पुलिस

संगीता ने बताया कि इस घटना के बाद उसे सुबह जल्दी ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. नावजात के कोई टीका तक नहीं लगाया गया. क्योंकि उसके पास आधार कार्ड नहीं था. लेकिन घर जाने के बाद नवजात को बुखार की शिकायत हो गई. जिसके बाद उसे डीग के अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन वहां से डॉक्टर्स ने उसे जनाना अस्पताल में रेफर कर दिया गया. वहीं नवजात का इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को बुखार की शिकायत है. जिसकी वजह से उसे भर्ती किया गया है.

Last Updated : Sep 28, 2020, 9:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.